Saturday 24 September 2022

आखिर यह साजिद मीर कौन है?

आखिर यह साजिद मीर कौन है? संयुक्त राष्ट्र में भारत और चीन एक बार फिर टकराए और मुद्दा था 2008 के मुंबईं हमले के मुख्य अभियुक्तों में शामिल लश्कर-ए-तैयबा के चरमपंथी साजिद मीर को ब्लैकलिस्ट में डालना। दरअसल अमेरिका संयुक्त राष्ट्र में साजिद मीर को अंतर्राष्ट्रीय आतंकवादी घोषित करने का प्रास्ताव लाया था और भारत ने भी इस प्रास्ताव का समर्थन किया था। लेकिन चीन ने अपने वीटो पॉवर का इस्तेमाल करते हुए इस प्रास्ताव पर रोक लगा दी। प्रास्ताव के तहत मीर को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की (1267 अलकायदा प्रातिबंध) समिति के अंतर्गत अंतर्राष्ट्रीय आतंकवादी घोषित किया जाना था। भारत और अमेरिका की कोशिश थी कि साजिद मीर की वैश्विक यात्राओं पर प्रातिबंध लगाया जाए और उनकी सम्पत्ति प्रीज की जाए। लेकिन ऐसा करने के लिए सुरक्षा परिषद की प्रातिबंध समिति के सभी 15 सदस्यों का सहमत होना जरूरी है। पिछले चार महीनों में यह चौथा मौका है जब चीन ने ऐसा कदम उठाया है। पिछले महीने ही पाकिस्तान के विवादास्पद धार्मिक नेता मौलाना मसूद अजहर के भाईं अबुल रऊफ असगर उर्प अब्दुल रऊफ अजहर इसी साल जून में पाकिस्तान की आतंकवाद निरोधी अदालत ने साजिद मीर को टेरर फाइनेंसिंग मामले में 15 साल जेल की सजा सुनाईं थी और इन दिनों वह पाकिस्तान की जेल में बंद है। मीर को लेकर पाकिस्तान के रवैये पर सवाल उठते रहे हैं। पाकिस्तान के अधिकारियों ने दिसम्बर 2021 में यह दावा किया था कि साजिद मीर की मौत हो चुकी है। लेकिन अमेरिका समेत पािमी देशों ने पाकिस्तान की बात पर यकीन नहीं किया था और कहा था कि पाकिस्तान को साजिद मीर की मौत के पुख्ता सुबूत पेश करने चाहिए। अमेरिकी विदेश मंत्रालय के मुताबिक मीर साल 2021 से चरमपंथी संगठन लश्कर-ए-तैयबा का वरिष्ठ सदस्य हैं। 26 नवम्बर 2008 की रात समुद्र के रास्ते जो 10 बंदूकधारी मुंबईं पर हमला करने आए थे उन्हें फोन पर कराची में लश्कर के एक ठिकाने से गाइड करने वाले तीन हैंडलरों में साजिद मीर भी आगे-आगे था। बंदूकधारियों से बात करने का आइडिया साजिद का ही था। मुंबईं हमलों की योजना बनाने में अमेरिकी-पाकिस्तानी डेविड कोलमैन हेडली ने लश्कर-ए-तैयबा और आईंएसआईं के शामिल होने का दावा किया था। इससे पहले हेडली ने अमेरिका की जेल में भारत की राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईंए) को 2010 में तफ्सील से बयान दिया था। खुफिया अधिकारियों के हवाले से दावा किया गया है कि साजिद मीर ने अप्रौल 2015 में व््िराकेट प्राशंसक के रूप में भारत में एंट्री ली थी। तब मीर ने देहरादून स्थित भारतीय सैन्य अकादमी और दिल्ली स्थित नेशनल डिपेंस कॉलेज की रेकी भी की थी। ——अनिल नरेन्द्र

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