Thursday, 22 September 2022
महिलाओं ने उतारे हिजाब
ईंरान में हिजाब से जुड़ा विवाद रविवार को और गहरा गया। इस शिया मुल्क में हिजाब पर बरती जा रही कट्टरता के विरोध में सैकड़ों महिलाएं रविवार को देश के पािमी हिस्से में सड़कों पर उतर आईं। इस विरोध प्रादर्शन में महिलाओं ने अपने हिजाब को उतारकर पेंक दिया और सरकार विरोधी नारे लगाए। इसका वीडियो दुनियाभर में चर्चा पर है। प्रादर्शन का मुख्य कारण था कि एक 22 साल की महसा अमीनी की मौत से यह महिलाएं गुस्से में हैं। महसा पािमी ईंरान में साकेज की रहने वाली थीं। वह परिवार से मिलने 13 सितम्बर को तेहरान आईं थीं। वह हिजाब के खिलाफ थीं, इसलिए उन्होंने उसे नहीं पहना था। पुलिस ने महसा को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी के तीन दिन बाद 16 सितम्बर को उसकी मौत हो गईं।
चश्मदीदों ने बताया कि गिरफ्तारी के वक्त महसा पूरी तरह ठीक थीं। उन्हें पुलिस की गाड़ी में बेरहमी से पीटा गया। वुछ घंटों बाद परिवार को बताया गया कि महसा को दिल का दौरा आया था और वह आईंसीयू में हैं। ईंरान की पुलिस ने पिटाईं के आरोपों से इंकार किया है। ईंरान में सार्वजनिक जगहों पर हिजाब पहनना अनिवार्यं है। हिजाब उतारना वहां अपराध है। इसकी अवहेलना पर गिरफ्तारी होती है। ईंरान के कट्टरपंथी राष्ट्रपति इब्राहिम रईंसी ने गृह मंत्रालय से कहा है कि वह महसा की मौत में जांच करे। महसा अमीनी के अंतिम संस्कार पर उसे न्याय दिलाने की मुहिम तेज हो गईं है। वुद्र्रिस्तान में जगह-जगह विरोध प्रादर्शन हो रहे हैं।
——अनिल नरेन्द्र
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