Tuesday, 27 September 2022

विशेष सेवा से इंकार

अंकिता भंडारी की निर्मम हत्या से पूरे उत्तराखंड में उबाल है। गुस्साईं भीड़ ने गंगा भोगपुर में हत्या के आरोपी पुल्कित आर्यं की पैक्टरी पूंक दी। चीला बैराज से शनिवार को अंकिता का शव बरामद कर पोस्टमार्ट्म के लिए जैसे ही लाया गया, लोग आरोपियों को फांसी देने की मांग पर नारेबाजी करने लगे। गुस्साए लोगों ने विधायक की गाड़ी का शीशा तोड़ दिया। वहीं गुस्साईं भीड़ ने वनंतरा रिजॉर्ट के पीछे बने स्वदेशी ऑग्रेनिक पैक्टरी को आग लगा दी। दरअसल सारा मामला 19 वर्ष की रिसेप्सनिस्ट अंकिता भंडारी की हत्या से उत्पन्न हुआ। उत्तराखंड के पुलिस प्रामुख ने शनिवार को कहा कि चीला बैराज से 19 वर्ष की जिस रिस्पेप्सनिस्ट का शव मिला है, उस पर रिजॉर्ट के मालिक अतिथियों को विशेष सेवा प्रादान करने के लिए दबाव डाल रहा था। पुलिस महानिदेशक अशोक वुमार ने कहा कि इस लड़की द्वारा अपने एक मित्र के साथ की गईं चैट से यह जानकारी मिली है। इससे पहले रिसेप्सनिस्ट के एक पेसबुक मित्र ने कथित रूप से कहा कि उसकी दोस्त की हत्या इसलिए कर दी गईं क्योंकि उसने रिजॉर्ट के अतिथियों के साथ यौन संबंध बनाने से इंकार कर दिया। इस मित्र के अनुसार वह जिस रिजॉर्ट में काम करती थी, उसके मालिक ने उससे ऐसा करने को कहा था। रिसेप्सनिस्ट को रिजॉर्ट के मालिक एवं उसके दो अन्य कर्मचारियों ने कथित रूप से मार डाला। यह रिजॉर्ट भाजपा के एक नेता के बेटे का है। रिजॉर्ट के मालिक पुल्कित आर्यं, रिजॉर्ट के प्राबंधक सौरभ भास्कर और सहायक प्राबंधक अंकित गुप्ता को शुव््रावार को गिरफ्तार किया गया था और उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। इस मामले का मुख्य आरोपी पुल्कित आर्यं हरिद्वार के भाजपा नेता विनोद आर्यं का बेटा है। विनोद आर्यं उत्तराखंड माटी कला बोर्ड के अध्यक्ष रह चुके हैं। शुव््रावार को जब आरोपियों को कोटद्वार की अदालत में ले जाया जा रहा था तब उन पर नाराज भीड़ ने पुलिस गाड़ी पर हमला किया। भीड़ ने कार के शीशे तोड़ दिए और तीनों आरोपियों के साथ मारपीट की। पुलिस एफआईंआर के मुताबिक रिजॉर्ट में अनैतिक गतिविधियों का खुलासा करने की धमकी देने पर आरोपियों ने अंकिता की हत्या कर दी थी। मुख्यमंत्री पुष्कर सिह धामी के निर्देश पर शुव््रावार देर रात को पुल्कित के रिजॉर्ट पर बुलडोजर चलाया गया। वहीं भाजपा नेता विनोद आर्यं को भाजपा आलाकमान ने पाटा से निकाल दिया है। पाटा ने आरोपी के भाईं अंकित को भी पाटा से निकाल दिया है। सीएम पुष्कर सिह धामी ने देहरादून में कहा कि अंकिता हत्याकांड की सुनवाईं फास्ट ट्रैक अदालत से कराएंगे। इस जघन्य व घृणित अपराध करने वाले को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाना चाहिए। बेशक वह राजनीति में सत्तारूढ़ पाटा से जुड़े हों पर उन्हें कोईं राजनीतिक संरक्षण नहीं दिया जाना चाहिए। इनके केस को उदाहरण बनाना होगा ताकि और भी ऐसे किस्से करने वालों को चेतावनी मिले। यह अंकिता का केस तो पकड़ा गया पर न जाने कितनी अंकिता इस घिनौने कांड में मजबूर होती हैं। ——अनिल नरेन्द्र

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