Wednesday 15 November 2017

अपने-अपने सर्वेक्षणों में जीत का दावा

हिमाचल में मतदान के  बाद और गुजरात विधानसभा चुनावों के लिए प्रचार तेज हो गया है। अपने-अपने सर्वेक्षणों में दोनों प्रमुख पार्टियां अपनी जीत का दावा कर रही हैं। गुजरात भाजपा जनसम्पर्क के जरिये मतदाताओं तक पूरे गुजरात में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संदेश पहुंचा रही है, वहीं कांग्रेस 14 नवम्बर से जनसम्पर्क शुरू कर एक करोड़ मतदाताओं को जोड़ने की योजना बना रही है। चुनावी दंगल में दोनों ही दल जीत का दावा कर रहे हैं। भाजपा के आंतरिक सर्वे में पार्टी को 120 से 130 और कांग्रेस को 50-60 सीटें मिलने का दावा किया जा रहा है। जबकि कांग्रेस के सर्वे में भाजपा को 60-70 और पार्टी को 110 से 120 सीटें मिलने का बात कही गई है। एक ताजा स्वतंत्र सर्वे में भाजपा को 121 और कांग्रेस को 58 सीटें मिलने का अनुमान व्यक्त किया गया है। लेकिन राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि प्रधानमंत्री मोदी की सभाओं और पाटीदारों के समर्थन के ऐलान के बाद तस्वीर बदलेगी। कांग्रेस चुनाव प्रचार समिति के अध्यक्ष अर्जुन मोढवाडिया का कहना है कि भाजपा मीडिया में खूब प्रचार कर रही है, लेकिन जमीन पर कांग्रेस मजबूत है। कांग्रेस नेता राज्य में अब तक 275 छोटी-बड़ी सभाएं कर चुके हैं। ग्रामीण इलाकों के साथ इस बार कांग्रेस को अहमदाबाद व सूरत जैसे शहरों में भी अच्छी संख्या में सीटें मिलेंगी। मोढवाडिया का दावा है कि किसान, युवा, व्यापारी और महिलाएं कांग्रेस का समर्थन करेंगी, पार्टी को 110 से 120 सीटें मिल रही हैं। राहुल गांधी को मिल रहे जनसमर्थन से कांग्रेस उत्साहित है। वहीं गुजरात भाजपा के प्रवक्ता व पूर्व विधायक भरत पांडिया का कहना है कि केंद्र की संप्रग सरकार ने राज्य के साथ हमेशा अन्याय किया। मोदी सरकार ने जनधन, मेक इन इंडिया, स्टार्टअप, मुद्रा व उज्ज्वल योजना से करोड़ों महिलाओं व युवाओं का भाग्य बदल दिया है। डिजिटल लेनदेन से भ्रष्टाचार पर अंकुश लगा है। कांग्रेस राज में 12 लाख करोड़ रुपए के भ्रष्टाचार के मामले उजागर हुए, लेकिन मोदी सरकार पर एक भी आरोप नहीं लगा है। महासम्पर्क अभियान से लोग खुद उत्साह से जुड़ रहे हैं। प्रधानमंत्री मोदी की सभाओं के बाद प्रदेश का माहौल बदलेगा। उधर सट्टेबाजों का अपना आकलन चल रहा है। पिछले गुजरात के चुनाव हों या फिर लोकसभा चुनाव सट्टेबाजों के भाव और दाव लगभग 90 प्रतिशत तक सही रहे हैं। राजनीतिक पंडित सट्टा बाजार के भाव को चुनाव का ट्रेंड सैंटर भी मानते हैं। गुजरात को लेकर स्थिति क्या रहेगी यह फिलहाल दावे से नहीं कहा जा सकता लेकिन सट्टा बाजार के खिलाड़ी मैदान में डट गए हैं और उनकी निगाह हर रोज डिब्बे से निकलने वाले भाव पर लगी रहती है। देशभर की नजरें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गृह राज्य गुजरात पर लगी हुई हैं। गुजरात में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा अध्यक्ष अमित शाह, कई केंद्रीय मंत्री चुनाव प्रचार में जुटे हैं। प्रधानमंत्री अब तक तीन बार दौरा कर चुके हैं। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी भी लगातार सभाएं और रोड शो कर रहे हैं। ताज्जुब इस बात का है कि अभी चुनावी टिकटें तक घोषित नहीं हुईं लेकिन रविवार की रात डिब्बा खुलने पर पुंटरों ने कमल के फूल वाली भाजपा को 104-107 सीटें मिलने का भाव दिया है। जबकि दूसरी ओर पंजे वाली कांग्रेस को ़71-74 सीटों का भाव दिया गया है। पाटीदार नेता हार्दिक पटेल द्वारा कांग्रेस के समर्थन में स्पष्ट रुख अपनाने से भी मतदाता दुविधा में नजर आता है। हिमाचल में मतदान के बाद पुंटरों ने भाजपा के खाते में 48 से 50 सीटें और कांग्रेस के खाते में 16 से 18 सीटों का अनुमान लगाया है। पर अभी मतदान में कई दिन बचे हैं, स्थिति में परिवर्तन भी आ सकता है। वैसे बता दें कि पिछले गुजरात के चुनाव हों या फिर लोकसभा चुनाव सट्टेबाजों के भाव व दाव लगभग 90 प्रतिशत तक सही रहे। राजनीतिक पंडित सट्टा बाजार के भाव को चुनावों का ट्रेंड सैंटर भी मानते हैं।

-अनिल नरेन्द्र

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