Sunday, 14 January 2018

एयर होस्टेस रंगे हाथों पकड़ी गई

दिल्ली से हांगकांग जाने वाली जेट एयरवेज के आरोप में एक एयर होस्टेस को राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआई) ने रंगे हाथों पकड़ा है। वह तीन करोड़ रुपए से अधिक मूल्य की विदेशी मुद्रा हांगकांग ले जा रही थी। पता लगा है कि वह इससे पहले नौ बार इसी तरह अमेरिकी डॉलर हांगकांग ले जा चुकी है। माना जा रहा है कि करीब 20 करोड़ रुपए के अमेरिकी डॉलर हांगकांग लेकर गई है। डॉलर फाइल पेपर के अंदर छिपाकर हवाई जहाज तक ले जाए जाते थे ताकि एक्सरे-स्कैनर मशीन में इसका पता न लगे। डीआरआई सूत्रों का कहना है कि आरोपी एयर होस्टेस को हांगकांग वाली फ्लाइट में 7/8 जनवरी की रात को उस वक्त पकड़ा गया, जब वह टेक-ऑफ के लिए रेडी थी। सूचना मिलने पर डीआरआई टीम ने फ्लाइट रुकवाकर एयर होस्टेस से पूछताछ की। पहले तो उसने कुछ नहीं बताया, लेकिन हैंडबैग की तलाशी लेने पर अमेरिकी डॉलर मिल गए। कुछ डॉलर उसने रजिस्टर्ड लगेज में छिपा रखे थे। कुल चार लाख 80 हजार 200 यूएस डॉलर उसके पास मिले। पूछताछ में उसने बताया कि डॉलर अमित मल्होत्रा नाम के एक व्यक्ति ने दिए थे। वह विवेक विहार में रहता है। डीआरआई ने उसे भी पकड़ लिया है। अमित को हवाला के इस गेम का अभी तक का दिल्ली-एनसीआर का मास्टर माइंड बताया गया है। डीआरआई सूत्रों का कहना है कि इस तरह के हैंडलर और भी हो सकते हैं। जांच में पता लगा है कि पकड़ी गई एयर होस्टेस इससे पहले नौ बार अमेरिकी डॉलर हांगकांग ले जा चुकी थी। यह ट्रांजेक्शन क्यों की जा रही थी? इसके जवाब में सूत्रों का कहना है कि असल में यह सारा पैसा चीन को जाता है। चीन इंडिया माल इम्पोर्ट करने वाले कुछ बड़े इम्पोटर कस्टम ड्यूटी चोरी करने के लिए माल की अंडरबिलिंग करा रहा है, फिर अंडरबिलिंग के बैलेंस को ही हवाला के जरिये चीन पहुंचाया जाता है। जेट एयरवेज का कहना है कि जांच पूरी होने के बाद ही इस मामले में आगे बढ़ा जाएगा। इस मामले में डीआरआई का शक एयरलाइंस के क्रू मैम्बर पर भी है। इन सभी के विदेशी टूर की डिटेल खंगाली जा रही है, मंगलवार को गिरफ्तार की गई एयर होस्टेस को दिल्ली की एक अदालत में पेश किया गया। ड्यूटी मजिस्ट्रेट ऋतु सिंह ने एयर होस्टेस देवेशी कुलश्रेष्ठ के साथ एजेंट अमित मल्होत्रा को इस निर्देश के साथ जेल भेजा कि उन्हें जल्द संबंधित मेट्रोपालिटन मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया जाए। पूछताछ में एयर होस्टेस ने खुलासा किया कि वह इस एवज में 50 फीसद कमीशन लेती थी।

-अनिल नरेन्द्र

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