राजस्थान के जोधपुर में सीएम वसुंधरा राजे की गौरव यात्रा
पर पथराव बेहद चौंकाने वाली घटना है। प्रदेश ने राजनीति के उभरते इस रूप को शायद पहले
कभी नहीं देखा होगा। पहली बार किसी राजनीतिक कार्यक्रम में इस तरह की पत्थरबाजी हुई
है। मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की गौरव यात्रा के दूसरे चरण के दूसरे दिन शनिवार को
जोधपुर जिले में गौरव रथ पर पथराव और विरोध प्रदर्शन के मामले में पुलिस ने आरोपियों
की धरपकड़ शुरू कर दी है। वीडियोग्रॉफी के आधार पर पुलिस ने अब तक 17 लोगों को पकड़ा है। राजस्थान में
विधानसभा चुनाव से पहले इस तरह मुख्यमंत्री का विरोध दर्शाता है कि भाजपा के लिए माहौल
अच्छा संकेत नहीं दे रहा। मुख्यमंत्री को जोधपुर संभाग के कई इलाकों में लोगों ने काले
झंडे भी दिखाए तो एक जगह पर तो गुस्साई भीड़ ने जमकर पथराव भी किया। इससे मुख्यमंत्री
के काफिले में चल रही कुछ गाड़ियों के कांच भी टूट गए। पुलिस ने यात्रा का विरोध करने
वालों पर लाठियां बरसा कर उन्हें खदेड़ा। राजे शनिवार को ही यात्रा रोक कर रात को जोधपुर
आ गईं। उनकी जोधपुर संभाग की यात्रा में 28 अगस्त तक विश्राम
के दिन हैं। इसके बाद फिर से यात्रा जोधपुर संभाग में गुजरेगी। राजे ने यात्रा की अंतिम
सभा में विरोध करने वालों को चुनौती देते हुए कहा कि वह किसी से डरती नहीं हैं। इसके
साथ ही उन्होंने विरोध के लिए पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को जिम्मेवार ठहराया। विरोध
करने वाले गहलोत के पक्ष में नारे लगा रहे थे। दूसरी तरफ पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत
ने रविवार को कहा कि विरोध और काले झंडे दिखाने की परिपाटी भाजपा की ही है। राजे की
गौरव यात्रा में जो काले झंडे दिखाए गए हैं, हो सकता है कि वह
भाजपा की ही साजिश हो। उन्होंने इसकी निन्दा भी की। गहलोत का कहना है कि लोकतंत्र में
विरोध को सहने की शक्ति भी होनी चाहिए। उनका कहना है कि मौजूदा सरकार लोगों की तरफ
से दिखाए गए काले झंडों से ही तिलमिला गई। उन्होंने आगे कहा कि मुख्यमंत्री राजे अपने
साढ़े चार साल के शासन में जब भी जोधपुर आईं, एक बार भी सर्पिट
हाउस में नहीं ठहरीं। ऐसे में अपनी समस्या लेकर आने वाले फरियादी अपनी शिकायत उनसे
कहां मिल कर करते? इस तरह के हालातों में लोगों के नराजगी होना
जायज है। यह मुख्यमंत्री व उनकी सरकार के प्रति रोष का प्रदर्शन है। सरकार की तरफ से
संसदीय कार्यमंत्री राजेन्द्र राठौर ने रविवार को कहा कि कांग्रेस बौखलाहट में आ गई
है। वसुंधरा की गौरव यात्रा को बड़ा जन समर्थन मिल रहा है, जिससे
कांग्रेस घबरा गई है और इस तरह के हथकंडे अपना रही है। राठौर ने दावा किया कि भाजपा
को जनता का साथ मिल रहा है। वहीं कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष सचिन पायलट ने कहा कि संकल्प
यात्रा में मुख्यमंत्री ने बहुत बड़े सपने दिखाए और वह पूरे नहीं हुए, न ही होने थे। जनता नाराज व निराश है परन्तु विरोध प्रकट करने वालों को मर्यादा
और राजस्थान की गौरवशाली परंपरा का पालन करना चाहिए। राजनीति में हिंसा का कोई स्थान
नहीं है।
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