Tuesday, 26 February 2019

पूरा देश सदमे में था पीएम फिल्म की शूटिंग में थे व्यस्त

पुलवामा आतंकी हमले को लेकर राजनीतिक सवाल उठाने से बच रही कांग्रेस ने अब अपने तरकस से तीर चलाने शुरू कर दिए हैं। कांग्रेस ने पीएम मोदी पर एक गंभीर आरोप लगाया है। सीधा और तीखा हमला करते हुए कांग्रेस पार्टी के प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने एक प्रेस कांफ्रेंस करते हुए कहा कि जिस समय हमारे जवानों की शहादत से देश सदमे में था, उसी समय उत्तराखंड के जिम कार्बेट पार्प में पीएम मोदी फिल्म की शूटिंग में व्यस्त थे। क्या दुनिया में ऐसा कोई पीएम है। सुरजेवाला ने कहा कि 14 फरवरी को दोपहर 3.10 बजे आतंकी हमला हुआ था, जिसमें 40 जवान शहीद हो गए, कुछ देर में ही यह खबर पूरे देश में फैल गई लेकिन पीएम मोदी 6.45 तक कुछ नहीं बोले। सुरजेवाला ने कहा कि यह मैं नहीं कह रहा हूं बल्कि मीडिया की मिनट-टू-मिनट रिपोर्टिंग बताती है। कांग्रेस ने कहा कि पाकिस्तान पोषित आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में उसका सरकार को पूरा समर्थन है, लेकिन अगर प्रधानमंत्री शहीद जवानों को भूलकर फिल्म की शूटिंग या सैर करने के लिए विदेश जाएंगे तो वह अवश्य सवाल पूछेगी। पार्टी ने पुलवामा में खुफिया खामियों पर सवाल पूछते हुए आरोप लगाया कि सरकारी खर्च से राजनीतिक प्रचार करने के लिए इस घटना के बाद राष्ट्रीय शोक घोषित नहीं किया गया। सुरजेवाला ने कहा कि शहीद जवानों को दिल्ली में श्रद्धांजलि देने के लिए प्रधानमंत्री विमान तल पर एक घंटे देर से इसलिए पहुंचे क्योंकि वह झांसी में राजनीतिक प्रचार करने के बाद अपने निवास पर गए। उन्होंने कहा कि पुलवामा घटना के बाद जब प्रधानमंत्री को सुरक्षा मामलों की कैबिनेट की बैठक करनी चाहिए थी, तब उन्होंने चार घंटे कार्बेट पार्प में डिस्कवरी चैनल की फिल्म की शूटिंग और राजनीतिक प्रचार व चाय सत्कार में बिताए। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को प्राइम टाइम मिनिस्टर कहकर तंज कसा और कहा कि जब लोग पुलवामा के शहीदों पर आंसू बहा रहे थे, मोदी हंसते हुए फोटो शूट में व्यस्त थे। राहुल ने कहा कि पुलवामा में 40 जवानों के शहीद होने की खबर के तीन घंटे बाद भी प्राइम टाइम मिनिस्टर फिल्म की शूटिंग करते रहे। राहुल गांधी के इस ट्वीट के बाद कांग्रेस प्रवक्ता मनीश तिवारी ने पीएम पर हमला करने पर करते हुए सवाल उठाया कि मोदी पुलवामा हमले के तुरन्त बाद क्या कर रहे थे? उन्होंने सवाल किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हमले के दो घंटे बाद उत्तराखंड के रूद्रपुर जिले में रैली को संबोधित करने के दौरान हमले व इसके पीड़ितों का उल्लेख करने में विफल क्यों रहे? हम प्रधानमंत्री से जानना चाहते हैं कि वह दोपहर 3.10 (जब पुलवामा में हमला हुआ) से 5.10 के बीच क्या कर रहे थे? 4.40 बजे उन्होंने मोबाइल फोन से एक रैली को संबोधित किया। कांग्रेस ने केंद्र सरकार से प्रश्न किया कि क्या पीएम, गृहमंत्री और एनएसए पुलवामा को खुफिया तंत्र की विफलता के रूप में स्वीकार करने का साहस दिखाएंगे? स्थानीय आतंकियों के पास इतनी बड़ी तादाद में विस्फोटक और रॉकेट लांचर जैसी सामग्री कैसे आ गई, क्या वाहनों को चैक करने के स्टैंडर्ड प्रोटोकॉल का प्लान नहीं किया गया? क्यों घटना से पहले जारी किए गए जैश के वीडियो को नजरंदाज किया गया? क्या जे एंड के पुलिस ने आठ फरवरी को जो सूचना दी थी उसकी अनदेखी की गई? सरकार को यह जवाब देने होंगे।

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