Wednesday, 25 August 2021
पंजशीर के शेरों ने मारे 300 तालिबानी
तालिबान ने बेशक काबुल पर कब्जा कर लिया हो, लेकिन अफगानिस्तान का एक इलाका ऐसा भी है जहां कब्जा करने का उसका सपना शायद ही कभी पूरा हो। इस पर कब्जा 20 साल में पूरा नहीं हो सका और न ही अब। काबुल पर कब्जे के बाद तालिबानी लड़ाके अब विद्रोहियों के गढ़ पंजशीर घाटी की ओर बढ़ रहे हैं, लेकिन इस बीच उन्हें करारा झटका लगा है। खबर है कि पंजशीर के लड़ाकों ने घात लगाकर हमला किया और 300 तालिबानियों को मार गिराया है। पंजशीर के लड़ाकों ने न सिर्फ 300 तालिबानी मार गिराए बल्कि कई बंदी भी बना लिए। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक पंजशीर विद्रोहियों ने घात लगाकर बलगान के अंद्राब में तालिबानियों पर यह बड़ा हमला किया। हमले में तालिबानियों को बड़ा नुकसान पहुंचा है, तालिबान विद्रोही लड़ाकों की तरफ से वादा किया गया है कि इस हमले में उन्होंने 300 तालिबानियों को मार गिराया है। बीबीसी की पत्रकार मालदा हकीम ने कुछ तालिबानियों की तस्वीर ट्वीट की हैं। उन्होंने लिखाöतालिबान विरोधियों ने मुझे बताया कि यह बलगान घाटी के अंद्राब में युद्ध के दौरान बंदी बनाए गए तालिबानी कैदी हैं। जानकारी के मुताबिक तालिबान ने कारी फसीहुद्दीन हाफिजुल्लाह के नेतृत्व में पंजशीर पर हमला करने के लिए सैकड़ों लड़ाके भेजे थे। लेकिन बलगान प्रांत की अंद्राब घाटी में घात लगाकर बैठे पंजशीर के लड़ाकों ने उन पर हमला कर दिया। इस हमले में 300 तालिबानियों के मारे जाने की खबर है। इससे तालिबान का सप्लाई रूट भी ब्लॉक हो गया है। जब से तालिबान ने अफगानिस्तान पर नियंत्रण किया है, तभी से पंजशीर घाटी में विद्रोही लड़ाकों के जुटने का सिलसिला शुरू हो गया था। बताया जा रहा है कि सबसे ज्यादा संख्या अफगान नेशनल आर्मी के सैनिकों की है। इस गुट का नेतृत्व नॉर्दर्न अलायंस के चीफ रहे मुजाहिद्दीन कमांडर अहमद शाह मसूद के बेटे अहमद मसूद कर रहे हैं। एंटी तालिबान फोर्स के प्रवक्ता अली मैसम नाजरी ने बताया कि राजधानी काबुल पर तालिबान के कब्जे के बाद से हजारों की संख्या में लोग पंजशीर आए हैं। पंजशीर में अहमद मसूद ने लगभग 9000 विद्रोही सैनिकों को इकट्ठा किया है। न्यूज एजेंसी एएफपी ने बताया है कि इस इलाके में दर्जनों रंगरूट ट्रेनिंग एक्सरसाइज और फिटनेस प्रैक्टिस करते दिखे हैं। इन लड़ाकों के पास हम्बी गाड़ियां भी हैं। अफगानिस्तान के उपराष्ट्रपति अमरुल्लाह सालेह ने भी इस हमले की ओर इशारा किया है। एक ट्वीट के जरिये तालिबान पर तंज कसते हुए कहा गया है, जब से तालिबानियों पर बड़ा हमला किया गया है, उसके लिए एक पीस में जिंदा वापस आना भी चुनौती थी। अब तालिबान ने पंजशीर में अपने लड़ाकों की संख्या बढ़ा दी है। सालेह ने लिखाöपड़ोसी अंद्राब प्रांत में मुंह की खाने के बाद तालिबान ने अपने लड़ाके पंजशीर घाटी के प्रवेश द्वार के पास इकट्ठे करने शुरू कर दिए हैं। इस बीच सालांग हाइवे को हमारे लड़ाकों ने बंद कर दिया है। कुछ इलाके ऐसे हैं जहां जाने से बचना चाहिए। जल्द मिलेंगे। पंजशीर के नेता अहमद शाह मसूद के 32 वर्षीय बेटे अहमद मसूद ने कहा है कि वह अपने अधिकार क्षेत्र में आने वाले इलाकों को तालिबान को नहीं सौंपेंगे। पंजशीर के लड़ाके हर परिस्थिति के लिए खुद को तैयार कर रहे हैं।
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