अरुणाचल
पदेश के छात्र नीडो का मौत का मामला अभी शांत भी नहीं हुआ है कि नार्थ-ईस्ट के एक और अन्य राज्य मणिपुर की
रहने वाली एक नाबालिग लड़की (छात्रा) के
साथ दुष्कर्म को अंजाम दिया गया है। लाजपत नगर में अरुणाचल पदेश के छात्र नीडो की पिटाई
से हुई मौत और कोटला मुबारकपुर में मणिपुर की दो युवतियों से छेड़छाड़ का मामला अभी
ठंडा भी नहीं पड़ा था कि मुनिरका में मणिपुर की ही 14 वषीय छात्रा
से बलात्कार के बाद पूर्वेत्तर के लोगों का गुस्सा फूटना ही स्वाभाविक है। पुलिस अधिकारियों
के मुताबिक 14 वषीय किशोरी वसंत विहार इलाके में ट्रेवल एजेंसी
का काम करने वाली अपनी मौसी के पास रहती है। किशोरी शुकवार रात करीब साढ़े दस बजे बर्तन
धोने का साबुन लेने घर से निकली थी। उसी दौरान उसके मकान मालिक के बेटे आशीष ने उसे
घर में खींच लिया। आरोपी ने किशोरी के साथ दुष्कर्म किया और विरोध करने पर थप्पड़ और
घूसे मारे। घटना के बाद किशोरी रोते हुए अपने घर के रास्ते में जूस की दुकान चलाने
वाले युवक के पास पहुंची। मगर भाषा न समझ पाने से वहां मौजूद लोग पीड़िता की बात नहीं
समझ पाए। इस दौरान पूर्वेत्तर के दो युवक वहां पहुंचे। उन्होंने मामले को समझा इसके
बाद शनिवार को मेडिकल जांच के लिए उसे सफदरजंग अस्पताल ले जाया गया, जहां दुष्कर्म की पुष्टि हो गई। दक्षिण जिला पुलिस अधिकारियों ने नाबालिग के
शरीर पर चोट के निशानों की पुष्टि की है। मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया
गया है। नाबालिग की शिकायत पर मामला दर्ज कर आरोपी युवक को गिरफ्तार कर लिया गया है।
पुलिस ने बताया कि आरोपी युवक की पहचान विक्की के रूप में हुई है। दुष्कर्म के इस आरोपी
का यह पहला गुनाह नहीं है। उसके खिलाफ पहले भी छेड़छाड़ का मामला दर्ज है। आरोपी पिछले
वर्ष मुनिरका में एक किशोरी के घर में घुस गया था और छेड़छाड़ के आरोप में गिरफ्तार
भी हुआ था लेकिन उस समय जमानती धाराएं होने के कारण वह छूट गया था। इस घटना के बाद
एक बार फिर पूर्वेत्तर के लोगों की सुरक्षा को लेकर दिल्ली शर्मशार हुई है और पुलिस
चौकसी पर सवालिया निशान लग गए हैं। घटना के विरोध में पूर्वेत्तर के गुस्साए लोगें
और जेएनयू के उग्र छात्रों ने वसंत विहार थाने के सामने जमकर हंगामा किया। सैकड़ों
छात्र वसंत विहार थाने का गेट जबरदस्ती खोलकर भीतर घुस गए। उन्होंने थाने के सामने
भी जबरदस्त विरोध पदर्शन किया और कई घंटे तक वह वहीं डटे रहे। पिछले कुछ दिनों में
यह चौथी ऐसी घटना है जहां पूर्वेत्तर के छात्रों से वारदातें हुई हैं। 31 जनवरी 2014 को लाजपतनगर में अरुणाचल के विधायक के बेटे
नीडो तानिया को पीट-पीट कर मार दिया गया। 29 जनवरी 2014 को कोटला मुबारकपुर में नार्थ-ईस्ट की दो युवतियें से छेड़छाड़ और मारपीट हुई। अगस्त 2013 उत्तर पूर्व से ताल्लुक रखने वाली यूनिवर्सिटी के तीन छात्रों से उत्तरी दिल्ली
में मारपीट। मई 2013 मणिपुर की 21 वषीय
युवती मालवीय नगर में अपने किराये के घर में मृत मिली, वह खून
से लथपथ थी। फरवरी 2013 दिल्ली यूनिवर्सिटी कैंपस में मणिपुर
के दस छात्रों पर हमला हुआ। दुष्कर्म की घटना सामने आने के बाद दिल्ली महिला आयोग की
अध्यक्ष बरखा सिंह भी कुछ महिला सदस्यों के साथ शनिवार दोपहर वसंत विहार थाने पहुंच
गई थीं। वह पीड़ित किशोरी से मिली और पुलिस की कार्रवाई के बारे में जाना। उन्होंने
मीडिया से कहा कि नार्थ-ईस्ट के हर मुद्दे को लेकर राजनीति नहीं
करनी चाहिए। दुष्कर्म की घटना दिल्ली सरकार के लिए शर्म की बात है। वहीं आम आदमी पाटी
ने इस मामले में दिल्ली पुलिस पर निशाना साधते हुए कहा कि महिलाओं के खिलाफ लगातार
अपराध बढ़ रहे हैं। दिल्ली की अवाम और सरकार असहाय है। दिल्ली पुलिस को अपने अधिकार
में लेकर केन्द्र सरकार इन मामलों को नजरअंदाज कर रही है। पाटी के मुताबिक आप की शुरुआत
से ही यह मांग रही है कि इस तरह के मामले में संबंधित पुलिस अधिकारी की जिम्मेदारी
होनी चाहिए। यह दिल्लीवासियों के लिए शर्म की बात है कि बलात्कार व छेड़छाड़ की घटनाओं
पर किसी पकार का अंकुश नहीं लग पा रहा है और उनमें लगातार उल्टा वृद्धि ही हो रही है।
देखने की बात यह भी है कि क्या किसी षड्यंत्र के तहत नार्थ-ईस्ट
के लोगों को टारगेट बनाया जा रहा है?
-अनिल नरेन्द्र
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