Saturday 31 August 2019

गजनवी मिसाइल परीक्षण से पाक ने कई निशाने साधने की कोशिश की है

जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 से उत्पन्न हुए तनाव के बीच पाकिस्तान ने गुरुवार को परमाणु हथियार को ले जाने में सक्षम बैलेस्टिक मिसाइल गजनवी (हत्फ-3) का परीक्षण कर भारत को डराने का प्रयास किया है। यह मिसाइल चीन की एम-11 मिसाइल का पाकिस्तानी संस्करण है, जो 290 किलोमीटर दूरी तक मार कर सकती है। पाकिस्तान ने एक दिन पहले ही बुधवार को कराची हवाई क्षेत्र के तीन उड़ान मार्गों को 31 अगस्त तक बंद कर दिया, जिससे संभावित मिसाइल परीक्षण की अटकलें लगाई जा रही थीं। मुस्लिम गजनवी मिसाइल परीक्षण के जरिये पाकिस्तान ने एक तीर से कई शिकार करने की कोशिश की है। तनावपूर्ण माहौल के बीच पाकिस्तान ने विश्व समुदाय और अपनी जनता को संदेश देने को मिसाइल परीक्षण किया है। भारत ने जहां अपनी सारी मिसाइलों के नाम पृथ्वी, अग्नि और त्रिशूल जैसे प्राकृतिक व भारतीय संस्कृति से जुड़े सकारात्मक शब्दों पर रखे हैं। वहीं पाकिस्तान ने ज्यादातर मिसाइलों के नाम आक्रमणकारियों पर रखे हैं। गजनवीöतुर्की फतेह करने वाले गजनवी शहर के महमूद गजनवी 998 ईस्वी में अपने पिता का उत्तराधिकारी बना। उसका नाम भारत पर आक्रमण करने वाले उन आक्रांताओं में से है, जिन्होंने धन के लोभ में आक्रमण किए। गजनवी ने 1000-1027 ईस्वी में 17 बार भारत पर आक्रमण किए थे। गौरीöमहमूद गजनवी के बाद मोहम्मद गौरी ने भारत पर आक्रमण किया। भारत में तुर्प साम्राज्य का श्रेय मोहम्मद गौरी को दिया जाता है। कहा जाता है कि 1191 ईस्वी में तेहरान के पहले युद्ध में पृथ्वीराज ने गौरी को हराया था। 1192 में तेहरान के द्वितीय युद्ध में पृथ्वीराज चौहान को धोखे से हराकर बंदी बनाया था। बाबरöजहीरुद्दीन मोहम्मद बाबर ने 1502 में काबुल पर जीत हासिल की। इब्राहिम लोधी द्वारा शासित दिल्ली सल्तनत पर 1519 में हमला कर दिया। लोधी को पहली लड़ाई में हरा दिया। बाबर पानीपत की लड़ाई में जीतने से पहले भारत पर चार आक्रमण कर चुका था। अव्वलीöअहमद शाह अब्दाली ने भारत पर 1748 से 1758 तक कई बार हमला किया। उसने सबसे बड़ा हमला सन 1757 में जनवरी माह में दिल्ली पर किया। अब्दाली ने दिल्ली और मथुरा में ऐसा विध्वंस किया कि आगरा-दिल्ली सड़क पर एक भी झोपड़ी ऐसी नहीं थी, जिसमें एक आदमी भी जीवित बचा हो। गजनवी मिसाइल का इस समय परीक्षण पाक सेना की जरूरतों को पूरा करने के लिए नहीं किया गया बल्कि युद्ध के उसी अभियान का हिस्सा है जिसे पाकिस्तान ने भारत के खिलाफ छेड़ रखा है। जब कोई देश युद्ध का माहौल बनाता है तो उसे बार-बार अपनी जनता को दिखाना होता है कि वह युद्ध के लिए या किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है। भारत को इस परीक्षण से कोई चिन्ता नहीं है क्योंकि हम पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब देने में पूरी तरह सक्षम है।

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