Wednesday, 28 August 2019

पहलू के हत्यारों को बचाने में जुटी थी पुलिस

गौरतलब है कि एक अपैल 2017 को हरियाणा के नूहं निवासी पहलू खान को बेहरोड में हाईवे पर भीड़ ने घेर लिया और जमकर पिटाई की। इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई थी। अदालत ने 6 आरोपियों को सुबूतों के अभाव में बरी कर दिया था। इस मॉब लिचिंग की पूरे देश में चर्चा हुई और सुर्खियां बनी। आरोपियों के बरी होने के बाद राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के निर्देश पर मामले की फिर से जांच करने हेतु एसआईटी को गठित करने का निर्देश दिया। मामले की जांच में जुटी एसआईटी (स्पेशल इंवेस्टिगेशन टीम) के सामने पुलिस की कई खामियां नजर आई है। पुलिस की आरोपियों से मिली-भगत नजर आई है, वह इस ओर इशारा करती है कि पुलिस हत्यारोपियों को सजा दिलाने की बजाए उन्हें बचाने में जुटी थी। पारंभिक जांच में सामने आया कि पुलिस के सिस्टम ने पहलू खान को एक बार नहीं बल्कि कई बार मारा। दो fिदन की पारंभिक जांच में एसआईटी अधिकारियों ने माना कि यदि पुलिस अधिकारी सही तरीके से जांच करते तो अलवर एडीजे से कोर्ट में छह आरोपी बरी नहीं हो सकते थे। बता दें कि मामले में यह पांचवीं बार जांच हो रही है। सूत्रों के अनुसार एसआईटी को कुछ वीडियो मिले हैं जिसमें साफ दिख रहा है कि स्थानीय पुलिस की मौजूदगी में किस तरह से लोगों ने पहलू खान की बेरहमी से पिटाई की। वह घायल हो गया, तब पुलिस ने उसे बचाया। इसके बाद पहलू खान चार घंटे तक सड़क के किनारे पड़ा रहा। उसके बाद रात के 11 बजे उसे बेहरोड के एक निजी अस्पताल में भेजा गया। एसआईटी की जांच में सामने आया है कि पहलू खान ने जिन छह लोगों को आरोपित बताया था वह हिंदुवादी संगठनों से जुड़े थे। जैसे ही उनके नाम सामने आए, तत्कालीन भाजपा विधायक ज्ञानदेव आहुजा ने उनकी पैरवी की। तत्कालीन गृह मंत्री गुलाब चंद कटारिया ने भी आहुजा को सही मानते हुए आरोपियों का बचाव किया। इसके बाद पुलिस ने जांच में छह आरोपियों को निर्दोष मानते हुए बरी कर दिया। पुलिस ने एक वीडियो फुटेज के आधार पर नौ आरोपियों की पहचान का दावा किया, लेकिन जब केस का कोर्ट में ट्रायल शुरू हुआ तो चार्जशीट दाखिल करते वक्त जांच अधिकारी ने वीडियो बनाने वाले रविंद यादव को कोर्ट में पेश तक नहीं किया। वीडियो को एफएमएल जांच के लिए भी नहीं भेजा। न ही पहलू खान के दोनों बेटों से आरोपियों की शिनाख्त कराई। उम्मीद की जाती है कि एसआईटी बिना भेदभाव के इस जघन्य हत्या को अंजाम देने वाले कसूरवार हत्यारों को सलाखों तक पहुंचाएगी और पहलू खान की आत्मा को शांति मिलेगी, इंसाफ होगा।

-अनिल नरेन्द्र

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