Saturday, 10 August 2019

राजधानी में रोड रेज की बढ़ती घटनाएं चिंता का विषय है

राजधानी दिल्ली में रोड रेज के मामले निरंतर बढ़ते जा रहे हैं। मामूली-सी कार टच हो जाने से, गाड़ी को साइड न देने पर कुछ लोग मार-पिटाई व जानलेवा हमले करने से डरते नहीं हैं। ताजा केस बुधवार रात का है। हौजखास इलाके में बुधवार रात कार सवार बदमाशों ने रोड रेज के दौरान इस्पात कंपनी स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया (सेल) के चेयरमैन पर रॉड से जानलेवा हमला कर दिया। मौके पर अचानक पहुंची पुलिस ने चेयरमैन चौधरी को बचा लिया नहीं तो कुछ भी हो सकता था। दो बदमाशों को मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने उन पर हत्या के प्रयास का मामला दर्ज कर लिया है। घटना के वक्त चौधरी हुडको प्लेस स्थित अपने कार्यालय से घर लौट रहे थे। कुछ दूरी पर उनकी कार को पीछे से दूसरी कार ने टक्कर मार दी। श्री चौधरी अपने ड्राइवर के साथ कार से बाहर निकले तो दूसरी कार में बैठे चार लोगों ने उन पर हमला कर दिया। उनके सिर, घुटने और पैर पर चोट आई है। तभी पुलिस का गश्ती दल मौके से गुजर रह था। जब उसने देखा कि यह बदमाश रॉड से दूसरे पर हमला कर रहे हैं तो उसने तुरन्त पहुंच कर स्थिति संभाल ली। गनीमत रही कि क्षेत्र में गश्त कर रहे दो पुलिसकर्मी मौके पर पहुंच गए और उन्होंने दो को वहीं गिरफ्तार कर लिया। हालांकि दो अन्य फरार हो गए, अन्यथा चेयरमैन की जिंदगी खतरे में पड़ जाती। गंभीर चिंता का विषय यह भी है कि आरोपियों के पास रॉड के साथ-साथ चाकू भी था। साथ ही यह वारदात करीब रात के 11 बजे हुई, जबकि इस समय सड़क पर अच्छा-खासा ट्रैफिक होता है। ऐसे में यह आसानी से समझा जा सकता है ]िक आरोपी आपराधिक प्रवृत्ति के थे और उन्हें पुलिस का तनिक भी खौफ नहीं था। राजधानी में रोड रेज की घटनाएं आए दिन सामने आती हैं। वाहन जरा-सा टच कर जाए तो लोग आपा खो देते हैं और गाली-गलौज व मारपीट पर उतर आते हैं। यही नहीं, कई मामलों में तो वह जान तक ले लेते हैं। महानगर में भागदौड़ के बीच तनाव होना लाजिमी है, लेकिन इसे हर हाल में नियंत्रित किया जाना चाहिए और ऐसा कतई नहीं होना चाहिए कि उसकी वजह से किसी और को मानसिक या शारीरिक क्षति पहुंचे। आवश्यकता इस बात की है कि ऐसी रोड रेज की घटनाओं पर अंकुश लगे। इस केस में सुनिश्चित किया जाए कि चारों आरोपियों के खिलाफ सबूत जुटाए जाएं ताकि उन्हें सख्त से सख्त सजा मिले। यह घटना एक उदाहरण साबित हो और रोड रेज में मारपीट व हत्या जैसी घटनाओं को अंजाम देने से पहले अपराधी सौ बार सोचें।

-अनिल नरेन्द्र

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