Sunday, 21 June 2020

हरिद्वार कुंभ पर छाये कोरोना संकट के बादल

महामारी के कारण उत्तराखंड की चार धाम यात्रा चौपट हो गई है। अगले साल जनवरी में लगने वाले हरिद्वार के कुंभ मेले पर भी सवालिया निशान लगने शुरू हो गए हैं। 22 मार्च से उत्तराखंड में पूर्ण बंदी के चलते कुंभ के निर्माण कार्य लगभग बंद पड़े हैं। यह काम 30 नवम्बर तक पूरे होने थे परन्तु कोरोना संकट के कारण श्रमिक अपने राज्यों में लौट गए हैं। यहां जो थोड़े बहुत श्रमिक बचे हैं उनसे कुंभ का काम पूरा होते नहीं दिख रहा है। दूसरी ओर कुंभ प्रशासन आर्थिक तंगी का सामना कर रहा है। कुंभ के जितने स्थायी कार्य हुए थे वह अब उसी हालत में पड़े हैं। हरिद्वार राष्ट्रीय राजमार्ग का निर्माण नारसन सीमा से देहरादून तक बंद पड़ा है। बिजली की लाइन भूमिगत डाली जा रही थी वह काम भी बंद पड़ा है। घरों मे ंकुंभ से पहले-पहले पाइप लाइन के जरिये रसोई गैस की सप्लाई किए जाने का काम भी बंद है। कुंभ मेला अधिकारी दीपक रावत ने पिछले दिनों कुंभ के स्थायी कार्यों को शुरू कराने का प्रयास किया था परन्तु निर्माण सामग्री और श्रमिकों की समस्या के चलते यह कार्य गति नहीं पकड़ सका जबकि कुंभ मेला प्रशासन इस साल 31 दिसम्बर तक कुंभ के सभी स्थायी कार्य कराने के लिए तो तैयार है परन्तु सबसे बड़ी समस्या निर्माण सामग्री और मजदूरों को लेकर आ रही है। कोरोना के कारण लोग भयभीत हैं। कुंभ मेले को लेकर असमंजस की स्थिति है। यदि जल्दी ही हालात सामान्य नहीं होते तो कुंभ 2021 पर कोरोना का ग्रहण लग सकता है। हरिद्वार में दिसम्बर से लेकर अप्रैल तक साधु डेरा डालते हैं। उसके लिए अखाड़े आश्रमों को करोड़ों की धनराशि की जरूरत होती है। अखाड़ों के लिए पांच महीने तक हरिद्वार में साधुओं के साथ डेला डालना बहुत ही जोखिमभरा काम है। कोरोना संकट से पहले कुंभ प्रशासन ने हरिद्वार में चार महीने में कुंभ के दौरान 12 करोड़ यात्रियों के आने का अनुमान लगाया था। उसी के हिसाब से कुंभ की तैयारियां की जा रही थी। मगर कोरोना ने कुंभ के कामों को थामकर रख दिया है। उत्तराखंड के मंत्री धन सिंह रावत ने कहा कि नए हालात के मद्देनजर कुंभ के बारे में जल्द ही राज्य सरकार पर्यटन से संबंधित उच्च स्तरीय बैठक करने जा रही है जिसमें कुंभ सहित कई अहम फैसले किए जा सकते हैं। उम्मीद की जाती है कि कोरोना संकट जल्द हल हो जाएगा और तय कार्यक्रम के अनुसार कुंभ 2021 जरूर होगा। -अनिल नरेन्द्र

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