Thursday, 25 June 2020

आईएसआई ने भेजा ग्रेनेड लदे ड्रोन को

बीएसएफ (सीमा सुरक्षा बल) ने जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले में शनिवार को एक आधुनिक राइफल और कुछ छोटे बमों से लैस एक ड्रोन गिरा दिया। यह ड्रोन पाकिस्तान से आया था। अधिकारियों ने बताया कि ड्रोन में एक अमेरिकी राइफल, दो मैगजीन, 60 गोलियां और सात हैंड ग्रेनेड रखे गए थे जिन्हें पाक एजेंटों को देना था। जम्मू-कश्मीर में यह पहली घटना है जब बीएसएफ ने हथियारों और विस्फोटों से लैस ड्रोन को गिराया है। साथ ही ड्रोन से क्षेत्र में हथियारों की तस्करी रोकने की पाक की कोशिश नाकाम कर दी। बीएसएफ का दावा है कि ड्रोन को पाकिस्तान की ठाकुरपुर पोस्ट से उड़ाया गया था। बीएसएफ के जम्मू फ्रंटियर के आईजी ने एक न्यूज चैनल को बताया कि बिना आईएसआई और पाकिस्तानी सेना के समर्थन के पाकिस्तानी सीमा से इतना बड़ा ड्रोन उड़ाना और हथियारों की इतनी बड़ी खेप भारत पहुंचाना नामुमकिन है। सेना के अधिकारी ने बताया कि पाकिस्तानी रेंजर्स ने सुबह आठ बजकर 50 मिनट पर हीरानगर सेक्टर में बछिया चौकी पर गोली चलाई। अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर तैनात बीएसएफ ने जवाबी कार्रवाई नहीं की। स्थिति पर करीबी नजर रखी जा रही है। ड्रोन से यूएस में बनी एम-4 कार्बाइन मिली है। यह कार्बाइन वही हथियार है, जिनका इस्तेमाल अमेरिका की नाटो सेना तालिबान के खिलाफ ऑपरेशंस के दौरान करती रही है। कश्मीर में बीते सालों में मारे गए कई आतंकी कमांडरों के पास से ऐसी बंदूकें मिली हैं। 29 सितम्बर 2019 को पाकिस्तान ने ड्रोन की मदद से हथियारों का जखीरा अमृतसर के पालम उतारा था। पंजाब पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार यह ड्रोन काफी कम ऊंचाई पर उड़ाए जाते थे। इसलिए इनके बारे में किसी को पता नहीं चल सका। जो ड्रोन का इस बार इस्तेमाल आईएसआई ने किया वह 37 किलो वजन उठा सकता है। 17.5 किलो है ड्रोन का वजन। इसमें छह पंखे लगे हुए थे। यह ड्रोन छह किलोग्राम तक का हथियार लेकर आया था। आठ फुट चौड़े ड्रोन के ब्लेड हैं। पाक रेंजर्स ऐसे ड्रोनों का इस्तेमाल करते हैं। यह ड्रोन भारतीय क्षेत्र में 250 मीटर अंदर मार गिराया गया। आईएसआई की एक और चाल नाकाम हुई। -अनिल नरेन्द्र

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