Saturday, 18 July 2020
विदेशी छात्रों के वीजा पर ट्रंप का यूटर्न
ट्रंप प्रशासन ने हैरानी भरा कदम उठाते हुए अपना वह आदेश वापस ले लिया जिसमें कहा गया था कि भारतीयों समेत हजारों छात्रों को उनके देश वापस भेजा जाएगा। उन छात्रों को वापस भेजा जाना था जिनकी यूनिवर्सिटी कोरोना की वजह से सिर्फ ऑनलाइन क्लास देगी। ट्रंप सरकार को इस फैसले पर यूटर्न लेना पड़ा है। फैसले को देश के 17 राज्यों समेत गूगल, फेसबुक जैसी कई टेक कंपनियों तथा हार्वर्ड व एमआईटी विश्वविद्यालयों ने अदालत में चुनौती दी थी। याचिका में कहा गया था कि नए दिशानिर्देशों से कई तरह की कानूनी अड़चनें पैदा होंगी। वित्तीय नुकसान भी होगा। अमेरिका की संघीय अदालत के एक जज ने जब इस बारे में पूछा तब ट्रंप प्रशासन ने अपने छह जुलाई के नियम को रद्द करने पर सहमति जताई। देशभर में आक्रोश था और शैक्षणिक संस्थानों ने इसका खुलकर विरोध किया था। अब ट्रंप प्रशासन के उस आदेश को पलटने के बाद छात्रों ने राहत की सांस ली। जज एलिसन बरो (बोस्टन संघीय जिला न्यायाधीश) ने मुकदमे की सुनवाई के दौरान कहाöमुझे सूचित किया गया है कि प्रशासन इस संबंध में पुरानी स्थिति में लौट आएगा। मार्च में लागू की गई नीति को दोबारा लागू कर दिया गया है। विदेशी छात्र ऑनलाइन क्लास लेते हुए भी छात्र वीजा पर अमेरिका रह सकते हैं। इंस्टीट्यूट ऑफ इंटरनेशनल एजुकेशन के मुताबिक 2018-19 के शैक्षणिक वर्ष के लिए अमेरिका में 10 लाख विदेशी छात्र थे। विदेशी छात्रों ने साल 2018 में अमेरिकी अर्थव्यवस्था में 44.7 अरब डॉलर का योगदान दिया था। हार्वर्ड के अध्यक्ष लॉरेंस एस बैकॉ ने इसे ऐतिहासिक जीत करार दिया है। उन्होंने कहाöसरकार एक नया निर्देश जारी कर सकती है। हमारी कानूनी दलीलें मजबूत हैं और कोर्ट ने उसे बरकरार रखा है, जो हमें न्यायिक राहत दिलाएगी। यह घोषणा हजारों विदेशी छात्रों के लिए राहत लेकर आई है। इनमें हजारों भारतीय छात्र भी शामिल हैं। सांसद ब्रैड श्नाइडर ने कहा कि यह अंतर्राष्ट्रीय छात्रों और कॉलेजों के लिए बड़ी जीत है।
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