Saturday 31 August 2024

मोदी के निकलते ही जेलेंस्की ने क्या कह दिया

पीएम मोदी के यूक्रेन दौरे की चर्चा अब तक जारी है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने 26 अगस्त को पीएम मोदी से जब फोन पर बात करी, मोदी ने यूक्रेन दौरे के बारे में जानकारी दी। मोदी ने बातचीत और कूटनीति के जरिए समाधान तलाशने की अपनी नीति दोहराई। राष्ट्रपति बाइडन ने भी मोदी के यूक्रेन दौरे, वहां मानवीय मदद पहुंचाने और शांति को लेकर भारत की कोशिशों की तारीफ की। पीएम मोदी के यूक्रेन दौरे को लेकर चर्चा तभी से शुरू हो गई थी जब मोदी जी ने यूक्रेन जाने की घोषणा की थी। मोदी के यूक्रेन जाने की टाइमिंग और मकसद पर सवाल उठे। फिर पीएम मोदी जब यूक्रेन दौरे को खत्म करके भारत लौट ही रहे थे, उसी दौरान यूक्रेन राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने प्रेस कांफ्रेंस में जो कहा, उस पर भी जानकारों ने सवाल खड़े किए हैं। मोदी जब यूक्रेन पहुंचे तो जेलेंस्की से गले मिले और इस दौरान मोदी जेलेंस्की के कंधे पर हाथ रखते हुए भी नजर आए। जुलाई में रूस दौरे पर गए मोदी जब पुतिन से गले मिले थे तो इसकी आलोचना करने वालों में जेलेंस्की भी रहे थे। ऐसे में मोदी का जेलेंस्की से गले मिलने को कुछ लोगों से संतुलन बनाए रखने से जोड़कर देखा। जेलेंस्की को भी पीएम मोदी ने भले ही गले लगाया हो लेकिन जैसे ही वो भारत की ओर निकले जेलेंस्की के बयानों ने दूरियों की ओर इशारा किया। जेलेंस्की ने 23 अगस्त को भारतीय पत्रकारों से हुई प्रेस वार्ता में भारत को लेकर कई बातें कहीं जो भारत को असहज करने वाली थी। जेलेंस्की ने कहा कि मैंने मोदी जी से कहा कि रूस भारत में वैश्विक शांति सम्मेलन रख सकते हैं, लेकिन हम ऐसे देश में शांति सम्मेलन नहीं रख सकते जो पहले शांति सम्मेलन में जारी हुए साझा बयान में शामिल नहीं हुआ। स्विटजरलैंड में यूक्रेन में शांति सम्मेलन में भारत ने अपने विदेश मंत्रालय के सेक्रेटरी को भेजा जबकि कई देशों के प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति तक गए थे। इसके अलावा जेलेंस्की ने रूस से भारत के तेल खरीदने पर भी बात की। उन्होंने कहा, अगर भारत रूस से तेल न खरीदे तो उसे बड़ी मुश्किलों और चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा। यूक्रेन-रूस युद्ध के दौरान भी भारत ने रूस से तेल खरीदना जारी रखा था। चीन-भारत के संदर्भ में पूछे सवालों के जवाब में जेलेंस्की ने कहा था, अगर पुतिन की हरकतों को जायज ठहराया जा सकता है तो मुझे यकीन है कि दुनिया के दूसरे हिस्सों में भी इनके अंजाम सीमा नियमों के उल्लघन के तौर पर देखने को मिलेगा। पुतिन के बारे में जेलेंस्की ने कहा, वो हमारा हत्यारा है, लेकिन मोदी के रूस दौरे के दौरान जब बच्चें के अस्पताल पर हमला किया तो क्या पुतिन ने आपके लिए कुछ किया? पुतिन भारत का सम्मान नहीं करते। अगर भारत रूस के लिए अपना रुख बदले तो युद्ध रूक जाएगा। हमें सारी सेना को ताकतवर बनाने वाले रुपयों को देना बंद करना होगा। थिंक टैंक रैंड कार्पोरेशन में विश्लेषक डेरेक जे ग्रॉसमैन ने पीएम मोदी के जेलेंस्की को गले लगाने वाली तस्वीर को साझा कर लिखा- यह बहुत बुरा है कि मोदी सबको गले लगाते हैं और इस कारण इसका कोई मतलब नहीं रह जाता। ग्रॉसमैन ने बाइडन और मोदी की बातचीत के बाद जारी हुए बयान को लिखा-कोई फर्क नजर आया? अमेरिका के बयान में बांग्लादेश का जिक्र नहीं है। हालांकि भारत की ओर से जारी बयान में लिखा है-बाइडन और मोदी के बीच बांग्लादेश के मुद्दे पर बात हुई। यूक्रेन मुद्दे पर भारत के रुख पर जेलेंस्की का असंतोष बढ़ा दिखता है। विश्लेषकों का मानना है कि युद्ध रोकने में न तो जेलेंस्की को दिलचस्पी है न पुतिन को। सवाल उठता है कि मोदी जी यूक्रेन गए क्यों? -अनिल नरेन्द्र

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