Saturday 24 August 2024
...और अब बदलापुर में घिनौना कांड
अभी कोलकाता के रेप-मर्डर कांड पर बवाल बना हुआ है तो उधर महाराष्ट्र में ठाणे के बदलापुर स्थित एक स्कूल में उससे भी कई मायनों में बड़ा कांड हो गया है। एक स्कूल की दो छोटी-छोटी छात्राओं के कथित यौन शोषण का घिनौना, न शब्दों में बयान करने वाला कांड सामने आया है। घटना के सामने आने के बाद अभिभावकों के जबरदस्त विरोध प्रदर्शन ने भंयकर हिंसक रूप ले लिया। गुस्साए प्रदर्शनकारियों ने स्कूल में तोड़-फोड़ की। हजारों की संख्या में प्रदर्शनकारी बदलापुर स्टेशन की पटरियों पर उतर आए और ट्रेनें का परिचालन रोक दिया। उन्होंने रेलवे स्टेशन पर पथराव भी किया। शाम को पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर लाठी चार्ज किया और ट्रैक को मुश्किल से खाली करवाया। वहीं महाराष्ट्र सरकार ने मामले की जांच के लिए विशेष जांच दल (एसआईटी) गठित करने का आदेश दिया है। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने मामले में गिरफ्तार आरोपी के खिलाफ दुष्कर्म के प्रयास का आरोप दर्ज करने का निर्देश दिया है। शिंदे ने कहा कि मामले की त्वरित सुनवाई की जाएगी और एक विशेष सरकारी वकील नियुक्त किया जाएगा। अब तक कार्रवाई में पुलिस ने आरोपी अक्षय शिंदे को पॉक्सो एक्ट के तहत केस दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया है। इंस्पेक्टर शुभदा सितोले का ट्रांसफर कर दिया गया है। स्कूल प्रिंसिपल, क्लास टीचर और महिला कर्मचारी को निलंबित कर दिया गया है। दरअसल पूरी घटना 12 और 13 अगस्त की है। तीन साल की दो बच्चियों के साथ बदलापुर स्थित आदर्श विद्यालय में ही काम करने वाले सफाई कर्मचारी ने कथित तौर पर उत्पीड़न किया। घटना के बाद बच्चियां इतनी डरी हुई थीं कि वो स्कूल जाने से मना कर रही थी, जब मां-बाप ने जोर दिया और पूछा तब बच्चियों ने अपने साथ हुई घटना के बारे में बताया। 16 अगस्त को जब बच्चियों के मां-बाप एफआईआर दर्ज कराने पहुंचे, तब पुलिस मामला दर्ज करने में आनाकानी करती रही। आरोप है कि 12 घंटे बीतने के बाद भी पुलिस ने कोई एफआईआर दर्ज नहीं की। फिर कुछ स्थानीय नेता पुलिस स्टेशन पहुंचे। जिसके बाद एफआईआर दर्ज हुई। आरोपी पर पॉस्को एक्ट भी लगाया गया है और उसे गिरफ्तार भी कर लिया गया है। पुलिस के वरिष्ठ सूत्रों के अनुसार मैनेजमेंट की तरफ से इस मामले में बहुत सारी लापरवाहियां बरती गई है। स्कूल के कई सीसीटीवी कैमरे ऐसे हैं जो काम नहीं करते। फिलहाल मैनेजमेंट की तरफ से प्रिंसिपल, टीचर, स्कूल ट्रैनी और कांट्रेक्ट एजेंसी को सस्पेंड कर दिया गया है। इस पूरी घटना के लिए स्कूल की तरफ से माफी मांगी गई है। सवाल यह उठता है कि कोलकाता में जो हुआ उसकी जितनी भी भर्त्सना की जाए कम है। पर अगर कोलकाता मेडिकल कालेज में लीपापोती और तथ्य छिपाने का आरोप है तो बदलापुर में स्कूल पर भी यह आरोप लगता है। मगर आप पश्चिम बंगाल की ममता सरकार से इस्तीफा मांग सकते हैं तो महाराष्ट्र में इस डबल इंजन की सरकार को कैसे निर्दोष साबित कर सकते हैं। सबसे दुखद पहलू यह है कि पिछले कुछ दिनों से बच्चियों से दुष्कर्म की घटनाएं तेजी से बढ़ रही हैं। कभी हिमाचल से होती है, कभी बिहार में, कभी दिल्ली में और कभी कोलकाता और महाराष्ट्र में। इन्हें रोका कैसे जाए सवाल यह है।
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