Tuesday, 13 August 2024

धनखड़ को हटाने के लिए प्रस्ताव की तैयारी

उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के कथित पक्षपातपूर्ण रवैये से नाराज विपक्ष उन्हें पद से हटाने का प्रस्ताव लाने पर गंभीरता से विचार कर रहा है। सूत्रों के अनुसार विपक्ष उनके खिलाफ संविधान के अनुच्छेद 67 के तहत नोटिस दे सकता है। उपराष्ट्रपति को पद से हटाने के लिए इस नोटिस पर 87 सांसदों ने हस्ताक्षर भी कर दिए हैं। सूत्रों का कहना है कि अनुच्छेद 67 (बी) के तहत उपराष्ट्रपति को राज्यसभा के सभी तत्कालीन सदस्यों के बहुमत से पारित और लोकसभा के सहमति प्रस्ताव के जरिए हटाया जा सकता है। इस खंड के प्रयोजन के लिए कोई भी प्रस्ताव तब तक सदन में पेश नहीं किया जा सकता है, जब तक कि प्रस्ताव पेश करने के इरादे से कम से कम 14 दिन का नोटिस न दिया गया हो। वर्तमान राज्य सभा की दलीय स्थिति कुछ ऐसी है। राज्यसभा में अभी 225 सदस्य हैं। भाजपा के 86 सदस्यों समेत एनडीए के 101 सांसद हैं। इंडिया गठबंधन के 87 सदस्य हैं। ऐसे में वाईएसआरसीपी के 11, बीजद के 8, अन्नाद्रमुक के 4 सदस्यों को मिलाकर 32 सदस्यों की भूमिका (कुल 110) अहम होगी। हालांकि 3 सितम्बर को राज्यसभा की 12 सीटों का चुनाव है। कम से कम 10 सीटें भाजपा को मिलेंगी यानि उसकी सीटें 96 हो जाएंगी और एनडीए की 111-112 सदस्यों के बढ़ने से 237 में बहुमत 119 पार हो जाएगा। कुछ विशेषज्ञों का कहना है कि सत्तारूढ़ सरकार को राज्यसभा में हार के डर की संभावना के कारण ही संसद सत्र तीन दिन पहले खत्म करना पड़ा। सारा हंगामा दरअसल धनखड़ और विपक्ष के बीच लंबे समय से तकरार चल रही है। गुरुवार को ऐसी ही तनातनी के बीच धनखड़ आसन से उठ गए थे। राज्यसभा में शुक्रवार को सपा सांसद जया बच्चन सभापति जगदीप धनखड़ के (टोन) लहजे पर आपत्ति जताते हुए भड़क गईं जिसके बाद धनखड़ ने तिलमिलाते हुए बोला कि उनकी जैसी हस्ती को भी शिष्टाचार का पालन करने की जरूरत है। जया बच्चन ने कहा ः मैं कलाकार हूं सर, बॉडी लैंग्वेज समझती हूं, एक्सप्रेशन समझती हूं। पर मुझे माफ करिएगा, लेकिन आपका टोन जो है वह एक्सटेबल स्वीकार नहीं है। हम आपस में गुलीग है, भले ही आप में आसन बैठे हैं। इस पर धनखड़ जी ने कहा ः जया जी, आपने बहुत इज्जत कमाई है। आपको मालूम होगा कि एक्टर डायरेक्टर के कहने पर चलता है, मुझे किसी से पाठ नहीं पढ़ना है। आप कह रही हैं कि मेरी टोन ठीक नहीं है। आप कितनी बड़ी सेलिब्रिटी हो, संसद में नियम का पालन करना ही पड़ेगा। मैं बर्दाश्त नहीं करूंगा। सदन से बाहर आने के बाद संसद परिसर में जया ने कहा कि वह सभापति के बोलने के लहजे से नाराज हैं। उन्होंने यह भी कहा कि सदन में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे जी जब अपनी बात रख रहे थे तो उनका माइक बंद कर दिया गया और इससे विपक्ष आहत में है। सदन में विवाद कुछ दिन पहले भाजपा के घनश्याम तिवारी द्वारा खरगे पर की गई कुछ टिप्पणियों को लेकर विपक्षी दलों और सभापति के बीच तीखी बहस हो गई थी। कुछ दिन पहले राज्यसभा में व सदन के सभापति के कारण अब विपक्ष संसद के अगले सत्र में यह नोटिस देगा। ताकि उनके 14 दिन बाद प्रस्ताव पेश हो सके। -अनिल नरेन्द्र

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