Saturday, 3 August 2024

सवा सौ साल बाद अनूठी उपलब्धि


मनु भाकर और सरबजीत सिंह की जोड़ी ने मंगलवार को पेरिस ओलंपिक में शूटिंग की 10 मीटर एयर पिस्टल मिक्सड टीम इवेंट में कांस्य पदक जीता। इसके साथ ही मनु आजादी के बाद एक ओलंपिक इतिहास में दो मैडल जीतने वाली पहली भारतीय एथलीट बन गई हैं। यह मैडल ओलंपिक इतिहास में भारत का पहला शूटिंग टीम मैडल भी है। भारतीय जोड़ी ने कोरिया की ओ ये जिन और ली वोनहो को 16-10 से हराकर यह उपलब्धि अपने नाम की। इस ओलंपिक में इस लेख को लिखते समय तक सिर्फ तीन मैडल ही आए हैं। मुझे विश्वास है कि अभी भारत और भी कई मैडल जीतेगा। 1900 में भारत की ओर से नॉर्मन प्रिचार्ड ने दो सिल्वर मैडल जीते थे। मनु भाकर के कोच जसपाल राणा ने कहा कि मनु के लिए शूटिंग सबसे पहले है। टोक्यो ओलंपिक में आलोचनाओं के बावजूद कभी किसी से दुख जाहिर नहीं किया। इसके बाद विभिन्न मुकाबलों में प्रदर्शन मेडल वाला नहीं रहा। लेकिन आत्मविश्वास नहीं डगमगाने दिया। दोगुनी इच्छा शक्ति के साथ शूटिंग रेंज में लौटीं। ये खूबियां उन्हें अजय योद्धा बनाती है। शूटिंग मनु का पेशन है। वह इतनी समर्पित हैं कि सोती हैं या टीवी देखती हैं, तब भी पिस्टल पास रखती हैं। मनु के खेल में नियंत्रण है। जीत के लिए जिद है। हार उन्हें परेशान करती है। यही कारण है कि वे शूटिंग रेंज में देर तक रुकती थीं, ताकि परफेक्ट शॉट मिले। ऐसे में जब वे पोंडियम में दूर होने लगीं तो वे निराश थीं। मैंने बताया कि खराब प्रदर्शन को हार के बजाए सीखने के नजरिए से याद रखो। इसका असर इस बार ओलंपिक में नजर आया। उन्हें बहुत कम मौकों पर नर्वस देखा। (जैसा पेरिस से दैनिक भास्कर के अनिल बंसल को बताया)। फ्रांस के रातोहू में नेशनल शूटिंग सेंटर में 10 मीटर एयर पिस्टल मिक्सड में सर्बिया ने करीबी मुकाबले में जक्रिये को मात देकर गोल्ड जीता। जिस समय सर्बिया के शूटर खुशियों से ओत-प्रोत हो रहे थे। ठीक उसी समय उनके बगल से 22 साल की शांत भारतीय शूटर एक बड़े से प्लास्टिक बॉक्स में अपनी पिस्टल और अन्य उपकरण रेंज से बाहर लेकर आ रही थी। चेहरे पर सहज मुस्कान लिए इस भारतीय शूटर के हाव-भाव से जाहिर नहीं हो रहा था कि उसने भी एक इतिहास मुकम्मल कर दिया है। उसने वह कर दिया जिसकी कल्पना कुछ समय पहले तक कम से कम एक भारतीय तो नहीं कर सकता था। उसने अपने देशवासियों के ओलंपिक ड्रीम को एक नया आयाम दिया है। उसने ओलंपिक्स में ऐतिहासिक शुरुआत कर दी है। उसने भरोसा दिया है कि मनु है तो मैडल की गारंटी है। मैजिकल मनु भाकर को ढेर सारी बधाईयां। आप पूरे देश के लिए एक उदाहरण बन गई हैं। इच्छा और लगन से लगे रहो तो कुछ भी पाया जा सकता है। हमें आप पर गर्व है।

- अनिल नरेन्द्र

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