Wednesday 4 March 2015

एस्सार ने कई नेताओं, पत्रकारों को फायदा पहुंचाया?

कुछ लोग हमेशा विवादों में घिरे रहते हैं। इनमें से एक हैं केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी। एस्सार समूह के कथित इंटर्नल मेल लीक होने से पता चला है कि देश के कई बड़े नेताओं, अधिकारियों और पत्रकारों को कंपनी ने कई तरह से फायदे पहुंचाए हैं। लिस्ट में सबसे ज्यादा विवाद केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी का नाम सामने आने से हुआ। आरोप है कि उन्होंने जुलाई 2013 में फ्रेंच टिवेटा में एस्सार कंपनी की एक अत्याधुनिक नाव पर दो रातों के लिए (7 जुलाई से 9 जुलाई) सपरिवार छुट्टियां मनाई थीं। सुप्रीम कोर्ट में शुक्रवार को दायर एक जनहित याचिका में केंद्रीय मंत्री पर कंपनी से फायदा लेने के आरोप लगाए गए हैं। ऐसे ही विवाद में एक बार भाजपा अध्यक्ष का पद छोड़ चुके गडकरी ने फ्रांस में नौका विहार की बात स्वीकारते हुए कहा कि वह उस वक्त मंत्री, सांसद या विधायक कुछ भी नहीं थे। उन्होंने इसका खर्च खुद अपने पारिवारिक खाते से वहन किया था। बहरहाल जनहित याचिका में कंपनी के जिन पत्राचार का मामला है, उनमें बताया गया है कि किस तरह नितिन गडकरी, उनकी पत्नी, दो लड़कों तथा बेटी ने एस्सार की शाही नौका में दो रातें बिताईं। यह मामला 7 और 9 जुलाई 2013 का है। यह लोग नीस एयरपोर्ट से हेलीकाप्टर के जरिये फ्रेंच टिवेटा में लगे इस सनकूज में गए थे और उसी तरह लौटे भी। फायदा लेने वालों में पूर्व कोयला मंत्री श्रीप्रकाश जायसवाल, कांग्रेसी नेता दिग्विजय सिंह और मोती लाल वोहरा, भाजपा सांसद वरुण गांधी और नौकरशाहों का नाम भी शामिल है। यह खुलासा अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस ने किया, जिसके बाद प्रशांत भूषण ने सुप्रीम कोर्ट में जनहित याचिका दायर कर एसआईटी से जांच कराने की मांग की है। खुलासा होने के  बाद इन तमाम नेताओं ने अपने बचाव में फटाफट दलीलें दे डालीं। कांग्रेस ने इसे लेकर गडकरी पर निशाना साधा। पीसी चॉको ने कहा कि कोई भी कंपनी बिना किसी मकसद के किसी को कुछ नहीं देती या फायदा पहुंचाती। इसके पीछे उनके कुछ न कुछ स्वार्थ जरूर होते हैं। वहीं भाजपा ने मामले को ज्यादा तूल नहीं दिया। मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि ऐसी खबरें तो लगातार मीडिया में आती रहती हैं। हम इन पर टिप्पणी करना उचित नहीं समझते। एस्सार के प्रवक्ता ने कहा कि हम डाटा की इस चोरी के बारे में पहले ही सक्षम अधिकारी के सामने शिकायत दर्ज कर चुके हैं। सूचना चुराने वालों के खिलाफ दिल्ली पुलिस कठोर कार्रवाई करेगी। कर रही है। नितिन गडकरी ने यह भी कहा कि एस्सार ने मुझे याट दिखाने के लिए बुलाया था। मैं रुइया परिवार को 5 सालों से जानता हूं। मैंने कभी किसी कारपोरेट ग्रुप से पैसे नहीं लिए दौरे का खर्च परिवार के खाते से दिया गया था।

-अनिल नरेन्द्र

No comments:

Post a Comment