Friday 17 October 2014

मदरसा छात्रों के लिए साइबर ग्राम योजना

उत्तर प्रदेश में मदरसा छात्रों को अब मजहबी शिक्षा के साथ ही कम्प्यूटर व इंटरनेट सेवी बनाया जाएगा। केंद्र सरकार की साइबर ग्राम योजना के तहत मदरसों के कक्षा छह से दस तक के छात्रों को यह प्रशिक्षण दिया जाएगा। यह योजना मल्टी सेक्टोरल डेवलपमेंट प्रोग्राम (एमएसडीपी) के सभी 144 ब्लाक में चलाई जाएगी। प्रदेश सरकार मदरसों व उनमें पढ़ने छात्रों की सूची को अंतिम रूप देने में जुट गई है। योजना लागू करने वाले जिलों में बुलंद शहर, गाजियाबाद, हापुड़ और  गौतमबुद्ध नगर शामिल हैं। केंद्र सरकार ने अपनी साइबर ग्राम योजना को उत्तर प्रदेश में भी लागू करने के निर्देश दिए हैं। इसी के बाद प्रदेश सरकार भी इस योजना को मूर्तरूप देने में जुट गई है। साइबर ग्राम योजना का मुख्य उद्देश्य चिन्हित अल्पसंख्यक क्षेत्रों के युवाओं को डिजीटल रूप से साक्षर बनाना है जिससे वे आर्थिक और सामाजिक रूप से और मजबूत हो सकें। योजना के तहत कम्प्यूटर का विशेष प्रशिक्षण जन सुविधा केंद्र (सीआरसी) के जरिए दिलाया जाएगा। इसके लिए 39 घंटे का विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम तैयार किया गया है। इसमें कम्प्यूटर शिक्षा की सभी बुनियादी जानकारियां उन्हें दी जाएगी। इसके अलावा इंटरनेट की दुनिया से भी इन युवाओं को रूबरू कराया जाएगा। सरकार की योजना है कि मदरसों में मजहबी पढ़ाई के साथ ही आधुनिक पढ़ाई भी कराई जाए ताकि युवाओं का समुचित विकास हो सके। यह खुशी की बात है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गांवों की चौतरफा तरक्की की ओर गंभीरता से कदम उठाए हैं। मोदी जो कहते हैं करते हैं। लोकनायक जयप्रकाश और नाना जी देशमुख की जयंती पर सांसद आदर्श गांव योजना का आगाज इस बात का सुबूत है कि वह अपने चुनावी वादों को पूरा करते हैं। इस योजना की घोषणा यूं तो पीएम ने लाल किले की प्राचीर से अपने संबोधन में की थी किन्तु घोषणा के अनुरूप इसके नीति-सिद्धांतों को गत शनिवार को जारी किया। महात्मा गांधी से लेकर विनोबा और जेपी तक गांव की चिन्ता कितनी गहन थी इसका उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री अभी इस माध्यम से बदलाव की राजनीति पर आगे बढ़ते दिख रहे हैं। इसमें हर सांसद को एक गांव गोद लेकर अपनी सांसद विकास योजना को समाहित कर उसे आदर्श गांव बनाना है। गांवों के विकास के प्रति मोदी की चिन्ता सात समुंदर पार उनकी अमेरिकी यात्रा में भी झलकी थी जहां अपने औद्योगिक विकास का एजेंडा मेक इन इंडिया आगे बढ़ाते हुए भी उन्होंने कहा था कि अगर भारत के गांव विकास की दौड़ में साथ न चले तो वह विकास बेमानी हो जाएगा। विकास ऊपर से नहीं गांवों से शुरू होना चाहिए। देश को तरक्की करने के लिए आधुनिक शिक्षा बहुत महत्वपूर्ण है। बिना आधुनिक शिक्षा जिसमें कम्प्यूटर, इंटरनेट आजकल बहुत जरूरी अंग बन गया है उसको पढ़ना, इस्तेमाल करने की विधि सीखना बहुत महत्वपूर्ण अंश है उसे बढ़ावा देना अति आवश्यक हो गया है। यह अच्छी बात है कि केंद्र और यूपी सरकार ने मदरसों में कम्प्यूटर और इंटरनेट शिक्षा देने का फैसला किया है। भारत गांवों में बसता है।

-अनिल नरेन्द्र

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