योग गुरु बाबा रामदेव
ने राजनीतिक करवट बदलते हुए एकाएक उत्तराखंड के मुख्यमंत्री हरीश रावत की जमकर तारीफ
की। बाबा रामदेव ने कहा कि हरीश रावत के अंदर कांग्रेस के अन्य नेताओं के मुकाबले कुछ
ज्यादा विशेषताएं हैं। हुआ यह कि बुधवार को कांग्रेस के दिग्गज नेता और उत्तराखंड के
मुख्यमंत्री हरीश रावत के बुलावे पर राज्य सरकार द्वारा भेजे गए दो हेलीकाप्टरों में
सवार होकर बाबा रामदेव और उनके सहयोगी आचार्य बालकृष्ण दल-बल के साथ बाबा केदारनाथ के दर्शन करने गए। रावत ने अपने दूत
रंजीत सिह रावत को रामदेव को लेने के लिए भेजा था। रंजीत सिंह रावत बाबा रामदेव को
लेने हरिद्वार स्थित पतंजलि योगपीठ आए और वापस छोड़ने भी उनके साथ आए। जहां बाबा रामदेव
ने राज्य सरकार द्वारा केदारनाथ में कराए गए कार्यों की जमकर तारीफ की, भले ही कांग्रेस की बुराई की हो परन्तु उन्होंने कभी भी उत्तराखंड सरकार की
बुराई नहीं की। सरकारी हेलीकाप्टर से केदार धाम की यात्रा के बाद हरिद्वार लौटने पर
बाबा ने न केवल हरीश रावत सरकार को प्रमाण पत्र दिया बल्कि एक कदम आगे बढ़ाते हुए हरीश
रावत जैसी पहल करने पर भविष्य में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को माफ करने की बात
भी कही। बुधवार को बाबा रामदेव के अचानक बदले इस रुख के सियासी गलियारों में निहितार्थ
मतलब भी निकाले जा रहे हैं। सरकार ने बाबा के अलावा हरिद्वार के चार और प्रमुख संतोंöमहामंडलेश्वर कैलाशानंद ब्रह्मचारी, सतपाल ब्रह्मचारी,
स्वामी मोहनदास और स्वामी शिवानंद भारती को भी बुधवार को केदार बाबा
के दर्शन कराए। मुख्यमंत्री हरीश रावत और बाबा रामदेव का एक-दूसरे
के नजदीक आना उत्तराखंड भाजपा के लिए राजनीतिक झटके से कम नहीं है। भाजपा बाबा रामदेव
को स्वाभाविक सहयोगी मानकर चलती रही है और कांग्रेस को बाबा का सियासी दुश्मन। ताजा
घटनाक्रम के बाद राज्य सरकार के साथ बाबा की सियासी दुश्मनी फिलहाल खत्म हो गई लगती
है। भले ही बाबा कांग्रेस का समर्थन न करें लेकिन सीएम के साथ उनकी नजदीकी से परंपरागत
राजनीतिक मनोविज्ञान बदल जाएगा? बाबा रामदेव ने कहा कि नरेन्द्र
मोदी भाजपा के ही प्रधानमंत्री नहीं हैं वो सवा सौ करोड़ हिन्दुस्तानियों के प्रधानमंत्री
हैं। हरीश रावत भी कांग्रेस के मुख्यमंत्री नहीं हैं बल्कि पूरे उत्तराखंड के मुख्यमंत्री
हैं और यही भाव इस देश को आगे लेकर जाएगा। उन्होंने कांग्रेस शासित राज्यों से अपील
करते हुए कहा कि अगर संबंधित राज्यों की सरकारें योगपीठ से किसी तरह का सहयोग मांगेंगी
तो वह देने को तैयार हैं। हालांकि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी को
लेकर उनकी राय नहीं बदली है। सोनिया व राहुल को लेकर राय संबंधी सवाल पर उन्होंने कहा
कि अभी यह प्रश्न नहीं है। वहीं बाबा रामदेव ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को हिमालय
का सबसे बड़ा प्रशंसक बताया।
-अनिल नरेन्द्र
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