जेल से 140 दिन बाद घर पहुंचे राजद प्रमुख
लालू प्रसाद यादव के घर में खुशियां लौटीं। इसके दो दिन बाद शनिवार को उनके बेटे तेज
प्रताप की शादी हुई। करोड़ों रुपए के चारा घोटाले के मामले में सजायाफ्ता लालू को इस
शादी में शामिल होने के लिए तीन दिन की पेरोल मिल गई। पिछले वर्ष दिसम्बर से न्यायिक
हिरासत में चल रहे लालू जब पटना हवाई अड्डे पहुंचे तो हजारों की संख्या में उनके समर्थक
उनका स्वागत करने के लिए पहुंचे हुए थे। पटना के जयप्रकाश नारायण हवाई अड्डे पर शाम
करीब 6.40 बजे पहुंचे लालू का स्वागत उनकी बड़ी बेटी और सांसद
मीसा भारती, बड़े पुत्र तेज प्रताप, छोटे
पुत्र और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, दामाद शैलेश सहित
पार्टी के कई अन्य विधायक और नेता मौजूद थे। हवाई अड्डे पर पहुंचने के बाद लालू को
भारी सुरक्षा के बीच व्हीलचेयर के जरिये गाड़ी में बिठाकर 10 सर्कुलर रोड स्थित उनकी पत्नी और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के आवास के
लिए रवाना किया गया। इस बहाने लालू ने अपनी सियासी ताकत भी दिखाई। तेज प्रताप की शादी
में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार समेत बड़ी संख्या में पक्ष-विपक्ष
के नेता शामिल हुए। दरअसल सूबे के दो सियासी परिवारों की दोस्ती, रिश्तेदारी में बदल गई। शनिवार की रात पटना में बैंडबाजे की तेज धुन पर मस्ती
में नाचते बड़ी संख्या में लोग, शहनाई की धुन पर पंडितों के मंत्रोच्चारण
के बीच राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद व पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के बड़े बेटे तेज
प्रताप यादव और पूर्व मुख्यमंत्री दरोगा प्रसाद राय की पौत्री व पूर्व मंत्री चंद्रिका
राय की पुत्री ऐश्वर्या राय से हो गई। विवाह का कार्यक्रम चंद्रिका राय के सरकारी आवास
(5 सर्कुलर रोड) पर हुआ। लालू-राबड़ी के घर से पहली बार बारात निकली थी। सात बेटियों की शादी के बाद उनके
बड़े बेटे का विवाह हो रहा था। अरसे बाद लालू परिवार जश्न में डूबा था। बारात में कई
दिग्गज नेता थे। समारोह में राज्य और देश से जुटने वाले तमाम नेताओं को विपक्षी एकता
के रूप में देखा जाने लगा है। राजद के एक नेता ने बताया कि इस समारोह में कई राज्यों
के मुख्यमंत्रियों, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, संप्रग अध्यक्ष सोनिया गांधी सहित कई राज्यों में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन
(राजग) विरोधी खेमों में शामिल उन नेताओं को भी
आमंत्रित किया गया था, जिनकी पहचान उन क्षेत्रों में क्षत्रपों
के तौर पर होती है। बारात में प्रफुल्ल पटेल, शरद यादव,
रामविलास पासवान, उपेन्द्र कुशवाहा, आरके सिंह, दिग्विजय सिंह, राम
जेठमलानी, अजीत सिंह, सुबोध कांत सहाय,
कीर्ति आजाद आदि शामिल हुए। लालू के लिए राहतभरी एक खबर तब आई जब झारखंड
उच्च न्यायालय ने बहुचर्चित चारा घोटाला मामले में सजायाफ्ता लालू को छह सप्ताह की
औपबंधिक जमानत (प्रोविजनल बेल) दे दी। मेडिकल
के आधार पर उन्हें छह सप्ताह की बेल दी गई है।
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