Saturday 5 May 2018

अतिक्रमण अभियान का खौफनाक मंजर

अतिक्रमण विरोधी अभियान का जमकर विरोध हो रहा है पर यह जानलेवा भी हो सकता है यह अंदाजा नहीं था। हिमाचल प्रदेश के कसौली में मंगलवार को जो हुआ उसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती थी। असिस्टेंट टाउन प्लानर शैल बाला शर्मा के नेतृत्व में जब अधिकारियों और कर्मचारियों की टीम अतिक्रमण हटाने के लिए वहां पहुंची तो एक होटल मालिक ने गोली चलाकर शैल बाला शर्मा की हत्या कर दी और एक कर्मचारी व एक मजदूर भी गोली से घायल हो गए। होटल मालिक गोलियां चलाकर जंगलों में भाग गया। यह अतिक्रमण विरोधी अभियान सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर चलाया जा रहा था। सुप्रीम कोर्ट ने 15 दिन के भीतर कसौली के 13 होटलों  का अतिक्रमण हटाने का आदेश दिया था। यह समयसीमा पूरी होने वाली थी, इसलिए तोड़फोड़ होना लगभग तय ही था। इन होटलों को संवेदनशील पर्वतीय स्थान होने के कारण दो मंजिल तक निर्माण की इजाजत ही मिली थी, लेकिन कुछ ने तो छह मंजिला निर्माण तक कर लिया था। शैल बाला शर्मा की हत्या की खबर अखबारों और मीडिया में हर जगह आ गई, इसलिए बुधवार को सुप्रीम कोर्ट ने न सिर्प मामले का स्वत संज्ञान लिया, बल्कि तल्खी में यह भी कहा कि अगर इसी तरह अधिकारियों की हत्याएं होती रहीं तो उसे आदेश पास करना ही बंद करना पड़ेगा। क्योंकि यह एक अधिकारी की हत्या का मामला है, इसलिए राज्य पुलिस पहले ही अपराधी को पकड़ने के लिए सक्रिय दिख रही है। गुरुवार को दिल्ली पुलिस के क्राइम ब्रांच के ज्वाइंट कमिश्नर अलोक कुमार ने शैल बाला शर्मा के हत्यारोपी होटल मालिक को गिरफ्तार कर लिया है। दिल्ली और हिमाचल पुलिस ने उसे वृंदावन से पकड़ा। अलोक कुमार ने बताया कि हिमाचल पुलिस ने आरोपी की लोकेशन दिल्ली में मिलने के बाद गिरफ्तारी को लेकर मदद मांगी थी। लेकिन जब तक क्राइम ब्रांच की टीम आरोपी के पास तक पहुंची वह फरार हो गया। इसके बाद उसकी लोकेशन मथुरा में रिफाइनरी के पास आई। टीम ने पीछा किया तो वह वृंदावन पहुंच गया जहां उसे बांके बिहारी मंदिर के पास से गिरफ्तार कर लिया गया। होटल मालिक का नाम विजय है। यह तो मामला एक तरह से सुलझ गया पर अतिक्रमण को लेकर वे सवाल तो बने रहेंगे जो ऐसे हर मौके पर उठाए जाते हैं। क्या उन अधिकारियों पर कभी कोई कार्रवाई हो सकती है जिनकी शह पर इस तरह के निर्माण न सिर्प होते हैं, बल्कि बरसों-बरस बने रहते हैं? अवैध निर्माण अभियान के कारण दुकानदारों व अन्य लोगों में बहुत गुस्सा भी है। अधिकारियों को पूरी सुरक्षा मिलनी चाहिए।

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