Sunday, 22 July 2018

सोनिया गांधी को फंसाने की साजिश

अगस्ता वेस्टलैंड वीवीआईपी हेलीकॉप्टर डील का मामला एक बार फिर चर्चा में है। इस डील के दौरान कथित रिश्वतखोरी में अहम भूमिका निभाने वाले संग्दिध क्रिश्चियन मिशेल की वकील रोसमेरी पैट्रिजी और बहन साशा ओजेमैन ने सनसनीखेज दावे किए हैं। इन दोनों ने आरोप लगाया है कि भारतीय जांच अधिकारी मिशेल से झूठे कबूलनामे पर दस्तखत लेने की कोशिश कर रहे हैं। वकील के दावे के मुताबिक मिशेल से भारतीय अधिकारियों ने यह भी कहा कि अगर वह कबूलनामे के दस्तावेज पर दस्तखत कर देती हैं तो उन्हें कैद से आजादी मिल जाएगी। मिशेल की वकील पैट्रिजी ने इंग्लैंड से अलग-अलग इंटरव्यू में यह दावे किए। ब्रिटिश नागरिक मिशेल पर अगस्ता वेस्टलैंड रिश्वतखोरी घोटाले में छह करोड़ यूरो की दलाली में अहम भूमिका निभाने का आरोप है। मिशेल एक महीने से भी ज्यादा समय से दुबई में हिरासत में हैं। पैट्रिजी के मुताबिक उनके मुवक्किल पर दबाव डाला गया कि अगर वह रिहाई चाहती हैं तो इकबालिया बयान पर दस्तखत कर दें। कांग्रेस ने गुरुवार को आरोप लगाया कि केंद्र की राजग सरकार ने अगस्ता वेस्टलैंड मामले में आरोपी क्रिश्चियन मिशेल पर दबाव बनाकर पार्टी की वरिष्ठ नेता सोनिया गांधी को फंसाने की साजिश रची। कांग्रेस के मीडिया विभाग के प्रमुख रणदीप सुरजेवाला ने संवाददाताओं से कहा कि अगस्ता वेस्टलैंड मामले में आरोपी क्रिश्चियन मिशेल को दो दिन पहले दुबई में गिरफ्तार किया गया। उन्होंने कहा है कि सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) जैसी एजेंसियां मिशेल पर सोनिया गांधी को साजिश में फंसाने के लिए दबाव डाल रही हैं। उन्होंने दावा किया कि एजेंसियां मिशेल पर सोनिया गांधी का नाम लेते हुए एक हलफिया बयान देने के बदले में उसे हर प्रकार के आरोप से मुक्त करने की सौदेबाजी कर रही हैं व दबाव डाल रही हैं। सुरजेवाला ने आरोप लगाया कि सीबीआई और ईडी एक तरफ तो दुबई की अदालत में कोई भी साक्ष्य या सबूत पेश करने में विफल रही हैं और दूसरे ओर मिशेल को एक षड्यंत्रकारी पुर्जे की तरह इस्तेमाल कर विपक्षी नेताओं के खिलाफ साजिश कर रही हैं। कांग्रेस नेता ने कहा कि देश के इतिहास में पहली बार किसी सरकार की विपक्षी नेताओं के खिलाफ अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ऐसी झूठी साजिश जगजाहिर हुई है। अगर कांग्रेस प्रवक्ता की बात सही है तो विपक्षी नेताओं को जबरन फंसाने की इस तरह की साजिश न तो सरकार के हित में है और न ही देश के। विपक्षी नेताओं पर हमले करो पर वह तथ्यों पर आधारित हों न कि साजिशों पर। अगस्ता वेस्टलैंड डील की निष्पक्षता और सच्चाई से जांच होनी चाहिए।

-अनिल नरेन्द्र

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