Saturday, 26 April 2014

एके-47 राइफल मामले में घिरे कांग्रेसी उम्मीदवार अजय राय

भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव व उत्तर प्रदेश प्रभारी अमित शाह ने वाराणसी से नरेन्द्र मोदी के खिलाफ कांग्रेस के उम्मीदवार विधायक अजय राय पर गंभीर आरोप लगाए हैं। लखनऊ में भाजपा प्रदेश मुख्यालय में आयोजित पत्रकार वार्ता में अमित शाह ने कहा कि कांग्रेस के पास स्वच्छ छवि वाले उम्मीदवारों का टोटा है।  शाह ने राय पर एके-47 राइफल सौदे में शामिल होने के संबंध में राहुल और सोनिया गांधी की चुप्पी पर सवाल उठाए। पूर्व सांसद शहाबुद्दीन व पूर्व विधायक अजय राय द्वारा आतंकियों से एके-47 जैसे स्वचालित हथियारों की खरीद मामले में 11 वर्ष पहले बिहार के तत्कालीन वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी डीपी ओझा ने 87 पन्नों की रिपोर्ट तत्कालीन गृह सचिव को सौंपी थी। वाराणसी से नरेन्द्र मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ रहे कांग्रेस के प्रत्याशी अजय राय अवैध हथियारों की तस्करी में शामिल रहे हैं। बिहार के कई कुख्यातों से संबंध रखने वाले अजय राय की एक जमाने में अंडरवर्ल्ड में दहशत कायम थी। कश्मीर से आने वाले हथियारों की खेप में से चार एके-47 राइफल अजय राय ने  ली थीं। इसका खुलासा डेढ़ दशक पहले 50 हजार के इनामी कुख्यात फौजी उर्प नंदगोपाल पांडे ने किया था। रोहताश के विक्रम गंज थाने में सात फरवरी 1999 को दिए बयान में फौजी ने कई सनसनीखेज खुलासे किए थे। जिसमें महत्वपूर्ण यह भी है कि सीवान के बाहुबली पूर्व सांसद शहाबुद्दीन, आरा के सुनील पांडेय, रांची के अनिल शर्मा और अजय राय के बीच रिश्ते थे। श्रीनगर से आने वाले अत्याधुनिक हथियारों की खेप में सबका हिस्सा होता था। आम आदमी पार्टी के वाराणसी लोकसभा सीट से चुनाव लड़ रहे अरविंद केजरीवाल ने  कांग्रेसी उम्मीदवार अजय राय पर हथियारों के अवैध कारोबार में शामिल होने की जांच की मांग की है। आप के राष्ट्रीय प्रवक्ता संजय सिंह ने कहा कि भाजपा नेता अमित शाह ने राय पर एके-47 राइफल के अवैध कारोबार में शामिल होने का आरोप लगाया है। मगर इसमें जरा-सी भी सच्चाई है तो इसकी गहराई से जांच होनी चाहिए। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता नलिन कोहली ने कहा कि अजय राय प्रकरण आज पूरे देश के सामने है। आश्चर्यजनक यह है कि इस पर केंद्र सरकार ने संज्ञान क्यों नहीं लिया और अब तक सोनिया गांधी, राहुल गांधी समेत कांग्रेस के शीर्ष नेताओं ने इस मामले में चुप्पी क्यों साध रखी है। इस प्रकरण में उन्हें स्पष्टीकरण देना चाहिए। उधर अजय राय ने कहा है कि भाजपा नेता और यूपी के प्रभारी अमित शाह के अनर्गल आरोप पर वे चुनाव आयोग जाएंगे। श्री राय ने संवाददाताओं से कहा कि अमित शाह द्वारा मेरे चरित्र हनन की कोशिश की गई है और यह भाजपा की बौखलाहट का संकेत है। उन्होंने कहा कि कोई भी सुरक्षा एजेंसी मेरे खिलाफ लगे आरोप साबित करे तो मैं राजनीति छोड़ दूंगा। मजेदार बात तो यह है कि यही अजय राय भापा में भी रह चुके हैं। भाजपा ने तब इसका संज्ञान क्यों नहीं लिया? नलिन कोहली ने स्पष्ट जवाब न देकर कहा कि इस मामले की संबंधित रिपोर्ट केंद्र सरकार के पास है, इसलिए जवाबदेही उसकी है। देखना यह है कि ऐसी खबरों का वाराणसी चुनाव में वोट पर कोई असर पड़ेगा या नहीं? चुनाव के दौरान अकसर आरोप-प्रत्यारोप का दौर चलता ही रहता है।

-अनिल नरेन्द्र

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