Friday 16 January 2015

जॉन केरी की पाकिस्तान को हिदायत व नसीहत

भारतीय थलसेना अध्यक्ष जनरल दलबीर सिंह सुहाग ने नई दिल्ली में इस बात का तथ्यात्मक विवरण प्रस्तुत किया है कि पाकिस्तान में आतंक का ढांचा अभी भी कायम है। ठीक लगभग यही बात इस्लामाबाद में अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन केरी ने भी कही है। केरी ने दो टूक कहा कि पाकिस्तान की नवाज शरीफ सरकार को उन सभी दहशतगर्द गुटों से लड़ना होगा जो अफगान, भारतीय और अमेरिकी हितों के लिए खतरा बने हुए हैं। अमेरिकी विदेश मंत्री ने आतंकी संगठनों के लिए सुरक्षित पनाहगाह बन चुके पाकिस्तान को आतंकवाद से निपटने के उसके तरीके को लेकर सख्त हिदायत दी है। अब तक अच्छे और बुरे आतंकवाद की नीति पर चल रहे पाकिस्तान से अमेरिका ने दो टूक कहा है कि भारतीय उपमहाद्वीप में शांति स्थापित करने के लिए उसे लश्कर--तैयबा, तालिबान और हक्कानी संगठन नेटवर्कों सहित सभी आतंकी संगठनों पर नकेल कसनी होगी। भारत दौरे के बाद इस्लामाबाद पहुंचे अमेरिकी विदेश मंत्री केरी ने कहा कि यह सभी आतंकी संगठन खुद पाकिस्तान के साथ-साथ भारत और दुनिया के लिए भी खतरा हैं। केरी ने खासतौर पर लश्कर और हक्कानी नेटवर्प का जिक्र इस पृष्ठभूमि में किया कि पेशावर हमले के बाद तालिबान पर कार्रवाई का इरादा तो पाक सरकार ने दिखाया लेकिन उपरोक्त दोनों गुटों के प्रति उसका दोहरा रुख कायम है। अमेरिकी विदेश मंत्री की यह पाकिस्तान यात्रा कई मायनों में खास है। इसका सबसे बड़ा महत्व यह है कि अभी-अभी अमेरिका ने पाकिस्तान के लिए 50 करोड़ डॉलर की सहायता पैकेज स्वीकृत किया है और कुछ दिनों पहले ही पाकिस्तानी सेना के लिए एक अरब डॉलर की सहायता पैकेज भी स्वीकृत किया था। अमेरिकी जनता और सत्ता प्रतिष्ठान में पाकिस्तान को आर्थिक सहायता दिए जाने का काफी विरोध था। सहायता के लिए शर्तें तय करने की खातिर केरी-लुगर कानून बनाया गया था, जिसके एक प्रस्तावक खुद जॉन केरी थे। इस कानून के मुताबिक हर साल आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में पाकिस्तान के कामकाज की समीक्षा के बाद ही पाकिस्तान को सहायता दी जा सकती है। अमेरिका में पाकिस्तान के विरोधियों का कहना है कि पाकिस्तान सरकार दोहरा खेल, खेल रही है। वह आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई का दिखावा करती है लेकिन अंदर ही अंदर उनसे मिली हुई है। पाकिस्तान के इस दोहरे खेल के प्रति अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को सतर्प करने में भारत सफल रहा है। इसीलिए जॉन केरी ने पाकिस्तान को सभी आतंकवादी गुटों को परास्त करने की उसकी जिम्मेदारी के प्रति आगाह किया और याद दिलाया कि भारत से बेहतर रिश्ते रखना खुद उसके फायदे में है। इस सन्दर्भ में फ्रांस में हाल में हुए आतंकी हमलों का जिक्र कर केरी ने साफ संदेश दे दिया है कि अब दुनिया आतंकवाद के खिलाफ एकजुट है। हम उम्मीद करते हैं कि दोनों अमेरिका और पाकिस्तान इस डबल गेम को समाप्त करेंगे और स्थिति की गंभीरता को समझेंगे।

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