यह
चिंता की बात है कि दिल्ली में पिछले कुछ दिनों से पुलिस वालों पर हमले बढ़ते ही जा
रहे हैं। इन अपराधियों को अब वर्दी का भी खौफ नहीं रहा। खाकी पर गुरुवार को फिर हमला
हुआ। इस बार कल्याणपुरी का मामला है। हुआ यह कि तेज आवाज में बज रहे डीजे को बंद कराने
गए पांच पुलिसकर्मी जब मौके पर पहुंचे तो
20-25 लोगों ने उन पर ईंट पत्थरों की बरसात कर दी। सभी पुलिस वाले कल्याणपुरी
थाने में तैनात थे। घायल हुए पुलिस वालों को लाल बहादुर शास्त्राr अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अधिकतर पुलिस वालों के सिर फूटे हैं। कल्याणपुरी
थाना पुलिस ने गैर इरादतन हत्या के प्रयास, सरकारी काम में बाधा
और पुलिसकर्मियों पर ड्यूटी के दौरान हमला करने का मामला दर्ज किया है। दो लोगों को
गिरफ्तार कर लिया गया है। 2015 के पहले ही महीने में कई हमले
पुलिस पर हो चुके हैं। साल के पहले ही दिन यानि एक जनवरी को मुखर्जी नगर में एक हैड
कांस्टेबल राम दयाल को चार युवकों ने पीटा। उसी दिन कमला मार्केट में सीआरपीएफ के जवान
को कुचला, घायल कर दिया। उससे अगले दिन दो जनवरी को पहाड़गंज
में पीसीआर वैन को टक्कर मारी गई। छह जनवरी को नॉर्थ रोहिणी में तीन पुलिसकर्मियों
को पीटा गया। नौ जनवरी को केशवपुरम में कांस्टेबल दीपक की जमकर पिटाई की गई। उसी दिन
मॉडल टाउन इलाके में पीसीआर वैन को टक्कर मारी गई। 11 जनवरी को
सीलमपुर में कार सवार बदमाशों ने हैड कांस्टेबल धर्मवीर व कांस्टेबल बंटी को पीटा व
गोली चलाई। हमले में हैड कांस्टेबल के 17 टांके आए। उससे अगले
दिन मयूर विहार में पीसीआर वैन को टक्कर मारी गई। इस टक्कर के कारण सब-इंस्पेक्टर सूबेदार खान की मौत हो गई और दो अन्य पुलिसकर्मी घायल हो गए। उसी
दिन यानि 12 जनवरी को
अलीपुर में कांस्टेबल धर्मवीर की गोली मारकर हत्या कर दी गई। गुरुवार की वारदात के
बारे में वरिष्ठ पुलिस अफसर ने बताया कि वारदात कल्याणपुरी 20 ब्लॉक की है। मेन रोड पर डीजे जोर से बज रहा था। रात 10.15 बजे पुलिस को क्षेत्र के एक निवासी की शिकायती कॉल मिली। एसआई संदीप कुमार,
हैड कांस्टेबल मनबीर सिंह, जितेन्द्र सिंह,
सिपाही किरोड़ीमल, लोकेश व अशोक मौके पर पहुंचे।
पुलिस ने सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइंस का हवाला देते हुए डीजे म्यूजिक को बंद करने को
कहा। तब डीजे म्यूजिक बंद कर दिया गया। पुलिस वाले चले गए। कुछ देर बाद फिर पुलिस को
कॉल मिली कि डीजे फिर चालू हो गया है। पुलिस टीम फिर पहुंची। आरोप है कि वहां मौजूद
एक व्यक्ति ने धमकाते हुए चले जाने को कहा। पुलिस ने कार्रवाई की बात की तो वहां मौजूद
लोगों ने पुलिस वालों पर ईंट और पत्थरों से हमला कर दिया। सिपाही अशोक, जितेन्द्र व लोकेश का इस हमले में सिर फूट गया। मनबीर और संदीप को भी चोट आई है। पुलिस
पर बढ़ते हमले सभी के लिए चिंता का विषय हैं। अपराधियों और गुंडों के हौंसले बढ़ते
ही जा रहे हैं। अब इन्हें वर्दी का भी खौफ नहीं रहा। यह खौफ जरूरी है कानून व्यवस्था
के लिए।
-अनिल नरेन्द्र
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