Friday 1 September 2017

रामपाल दो केसों में बरी पर हत्या- देशद्रोह का मुकदमा चलेगा

हिसार के गुरमीत राम रहीम सिंह के बाद अब एक और बाबा की बारी है। सतलोक आश्रम के पूर्व संचालक रामपाल की बारी है। हिसार की एक अदालत ने बेशक रामपाल को मंगलवार दो मामलों में बरी कर दिया पर हत्या, देशद्रोह, दंगा फैलाने जैसे संगीन आपराधिक मामलों को आगे बढ़ाने का आदेश दे दिया है। हालांकि अनुयायियों को बंधक बनाने और सरकारी कामकाज में बाधा डालने के मामले में रामपाल को बरी कर दिया गया है। रामपाल और उसके अनुयायियों के खिलाफ 17 नवम्बर 2014 को धारा 186 (सरकारी कामकाज के निर्वहन में लोक सेवक को बाधा डालना), 332 (जानबूझ कर लोक सेवक को उसके कर्तव्य के निर्वहन में चोट पहुंचाना), 353 (लोक सेवक को उसका कर्तव्य पूरा करने से रोकने के लिए हमला या आपराधिक बल का प्रयोग) के तहत मामला दर्ज किया गया था। रतिया (फतेहाबाद) के सुखदेव सिंह की शिकायत पर रामपाल और अन्य व्यक्तियों के खिलाफ 18 नवम्बर 2014 को मामला दर्ज किया गया था। अदालत ने सबूतों के अभाव के कारण इस मामले में रामपाल को बरी कर दिया था। रामपाल का जन्म सोनीपत के घनाणा गांव में 1951 में हुआ था। पढ़ाई करने के बाद वे हरियाणा सरकार के सिंचाई विभाग में इंजीनियर बन गए। कुछ समय बाद सत्संग करने लगे। इसे देखते हुए हरियाणा सरकार ने सन 2000 में उन्हें इस्तीफा देने को कहा था। इसके बाद उन्होंने कटौया गांव में सतलोक आश्रम बनाया। वर्ष 2014 में आश्रम परिसर से रामपाल के 15 हजार से ज्यादा अनुयायियों को खाली कराने को लेकर उसके कुछ समर्थकों और पुलिस के बीच गतिरोध के बाद रामपाल को गिरफ्तार किया गया। इस गतिरोध ने हिंसक रूप ले लिया और फायरिंग में पांच लोगों की मौत हो गई थी। पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय ने रामपाल को गिरफ्तार करने का आदेश दिया था। रामपाल ने इस आदेश पर अमल करने से मना कर दिया और पुलिस को इस आदेश के अमल के लिए कार्रवाई करनी पड़ी जिसका रामपाल और उनके समर्थकों ने जमकर विरोध किया। उसने अदालत की अवमानना जैसे आरोपों पर जवाब देने के लिए उच्च न्यायालय में पेश होने से भी इंकार कर दिया था। वह बरवाला हिसार में अपने आश्रम के भीतर छिपा रहा। रामपाल को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस को 11 दिन तक मशक्कत करनी पड़ी थी। नौ नवम्बर से 19 नवम्बर तक आश्रम के बाहर ड्रामा चलता रहा। 18 नवम्बर की रात आखिरकार 20 हजार पुलिसकर्मी आश्रम में घुसने में सफल रहे, जिसके बाद रामपाल को गिरफ्तार किया गया। उनके अंधभक्त कहते हैं कि बाबा एक चमत्कारी आत्मा है जो धरती पर भगवान का स्वरूप है। 18 नवम्बर को हिसार में सतलोक आश्रम पर कार्रवाई शुरू हुई और अगले दिन 19 नवम्बर को रामपाल को बलपूर्वक गिरफ्तार किया गया। सर्च ऑपरेशन के दौरान आश्रम से चार महिलाओं की लाशें भी मिलीं।

-अनिल नरेन्द्र

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