Sunday 24 September 2017

इकबाल कासकर की गिरफ्तारी के पीछे?

कुख्यात सरगना और 1993 के मुंबई विस्फोट कांड के मुख्य आरोपी दाऊद इब्राहिम के भाई इकबाल कासकर को महाराष्ट्र पुलिस की ठाणे सेल ने जबरन वसूली के मामले में गिरफ्तार किया है। पुलिस ने बताया कि एक बिल्डर ने जबरन वसूली के लिए फोन कॉल आने की शिकायत उनसे की। जांच में खुलासा हुआ कि कई लोग दाऊद के नाम पर धमकी दे रहे हैं। इनमें बिल्डर के अलावा सर्राफा कारोबारी शामिल हैं। फोन कॉल गुर्गों के अलावा कासकर भी करता था। इकबाल कासकर और उसके गुर्गों की गिरफ्तारी के बाद पुलिस यह पता करने में लगी है कि क्या यह सब दाऊद इब्राहिम के इशारे पर हो रहा था? दाऊद के भाई कासकर के रैकेट से एनसीपी नेताओं की साठगांठ का भी पता लगाया जा रहा है। सोमवार शाम इकबाल कासकर को उसकी बहन हसीना के सेंट्रल मुंबई के नागपाड़ा स्थित घर से हिरासत में लिया गया। पुलिस जब उसके घर पहुंची तो वह बिरयानी खाते हुए टीवी पर कौन बनेगा करोड़पति देख रहा था। पुलिस का कहना है कि जिस दौरान कासकर को गिरफ्तार किया गया उस दौरान उसके साथ इकबाल, ड्रग डीलर मोहम्मद हुसैन ख्वाजा शेख और फर्नांडो थे। पुलिस इन लोगों को पूछताछ के लिए साथ ले आई। कासकर के गुर्गे ठाणे के एक नामी बिल्डर को 2013 में ही दाऊद के नाम पर धमकी दे रहे थे और अब तक उससे 30 लाख रुपए और लगभग पांच करोड़ रुपए के चार फ्लैट ले चुके हैं। शिकायतकर्ता से 2014 से ही वसूली चल रही थी। कुछ दिनों पहले इस बिल्डर ने ठाणे के कसरवाडावली पुलिस स्टेशन में आईपीसी की कई धाराओं के तहत शिकायत दर्ज कराई थी। क्या दाऊद इब्राहिम एक बार फिर मुंबई की सरजमीं पर अपने खौफ की दुनिया को सक्रिय कर रहा है? डी कंपनी के सरगना के सगे भाई इकबाल कासकर की गिरफ्तारी से जो बातें सामने आ रही हैं उससे तो यही लगता है कि मायानगरी में अंडरवर्ल्ड की जड़ें फिर से पनपने लगी हैं। बता दें कि इकबाल कासकर 12 मार्च 1993 को मुंबई में हुए सिलसिलेवार विस्फोटों के समय ही दुबई भाग गया था। उसे 2003 में प्रत्यर्पित करके भारत लाया गया था। उस पर मुंबई में चर्चित रहा सहारा मामले में मुकदमा चलाया गया था जिसमें वह सबूतों के अभाव में बरी हो गया था। वह हत्या के एक मामले में वांछित था। हालांकि इस मामले में उसे 2007 में बरी कर दिया गया था। वह भारत में रह रहा दाऊद का एकमात्र भाई है। वह दाऊद के रीयल एस्टेट कारोबार को देखता है। क्या जिस तरह से भारत सरकार ने दाऊद इब्राहिम पर धावा बोला है, इकबाल की गिरफ्तारी उसकी एक कड़ी है? दाऊद पर चौतरफा दबाव और शिकंजा कसता जा रहा है।

-अनिल नरेन्द्र

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