Thursday 7 September 2017

मोदी के दौरे से पहले म्यांमार में सेना की सर्जिकल स्ट्राइक

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की म्यांमार यात्रा से ठीक पहले भारतीय सेना के विशेष दस्ते ने अरुणाचल प्रदेश में म्यांमार सीमा के निकट एक सर्जिकल स्ट्राइक कर दी। सेना की स्पेशल फोर्स ने नागा आतंकी गुट एनएससीएन (के) के आतंकवादी कैम्प को नष्ट कर दिया। इस कार्रवाई में एक आतंकी मार गिराया, एक जख्मी हो गया। सेना का एक जवान भी घायल हुआ है। सेना के एक अफसर ने बताया कि अरुणाचल के लॉन्गडिंग जिले के वोल में सुबह कार्रवाई शुरू हुई जो शाम तक जारी रही। इसमें सीमा पार नहीं की गई। कुछ आतंकी भाग निकले। सेना ने उग्रवादियों के एक अस्थाई ठिकाने को भी नष्ट कर दिया। वहां से एक एके-47 राइफल, गोला-बारूद और रेडियो सेट बरामद हुए हैं। सैन्य सूत्रों ने बताया कि चांगलांग और कुन्नु इलाकों में भी पिछले 10 दिनों से एनएससीएन (के) के खिलाफ ऐसी ही कार्रवाई की जा रही है। एक सितंबर को भी कुन्नु के नजदीक एक उग्रवादी मारा गया था। उधर दिल्ली में सेना अध्यक्ष जनरल विपिन रावत ने केंद्रीय गृहराज्य मंत्री किरण रिजिजू से मुलाकात की और ऑपरेशन की जानकारी दी। बता दें कि किरण रिजिजू अरुणाचल प्रदेश से ही आते हैं। माना जा रहा है कि इस मुलाकात के दौरान एनएससीएन (के) के खिलाफ कार्रवाई को लेकर चर्चा हुई। हालांकि जनरल रावत ने कार्रवाई को ज्यादा अहमियत नहीं देते हुए कहा कि ऐसी मुठभेड़ अकसर हुआ करती है। बता दें कि भारत इस बात से लगातार चिंतित है कि पूर्वोत्तर में सक्रीय कुछ उग्रवादी समूहों को म्यांमार में शरण मिल रही है, जबकि म्यांमार लगातार कहता रहा है कि वह किसी भी उग्रवादी समूह को भारत के खिलाफ अपनी धरती का इस्तेमाल नहीं करने देगा। बता दें कि जून 2015 में भी 21 यूनिट के करीब 70 कमांडो के एक दल ने म्यांमार सीमा पर रात में कार्रवाई कर एनएससीएन (के) और केवाईकेएल समूहों के 38 आतंकियों को मार गिराया था। एनएससीएन और केवाईकेएल दोनों समूह 4 जून 2015 को घात लगाकर किए गए हमले के जिम्मेदार थे। यह कार्रवाई प्रधानमंत्री मोदी की म्यांमार यात्रा से एक दिन पहले की गई है। म्यांमार के वहां के नेताओं से बातचीत में उग्रवादी समूहों की सीमा पार से गतिविधियों समेत रक्षा व सुरक्षा सहयोग का मामला भी उठ सकता है। देखना यह भी होगा कि तमाम आश्वासनों के बावजूद म्यांमार इन उग्रवादी तत्वों को अपनी धरती से हमले करने से रोकेगा या नहीं?

-अनिल नरेन्द्र

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