Saturday, 31 March 2018

24 लाख छात्रों को दोबारा देनी होगी परीक्षा

13 दिन से पेपर लीक की खबरें नकार रहे सीबीएसई ने आखिर मान लिया कि पेपर लीक हुए हैं। बोर्ड ने बुधवार को 10वीं और 12वीं के पेपर रद्द कर दिए। बुधवार को हुए 10वीं का गणित और सोमवार को हो चुके 12वीं के इकोनॉमिक्स की परीक्षा फिर से होगी। नई तारीखें हफ्तेभर में सीबीएसई अपनी वेबसाइट पर बताएगा। परीक्षा से पहले हाथ से लिखे सवाल वाट्सएप पर शेयर हो रहे थे। हालांकि सीबीएसई दावा करती रही कि पेपर लीक नहीं हुए हैं। इससे पहले 15 मार्च को 12वीं का अकाउंट का पेपर लीक होने की खबर थी। पंजाबी बाग के मादीपुर इलाके में एक कोचिंग संचालक ने मंगलवार को रात 10 बजे पुलिस को बताया कि उसके सेंटर में पढ़ने वाले बच्चों को हाथ से लिखे नौ सवाल मिले हैं। 10वीं की परीक्षा में सुबह यही सवाल पूछे जाएंगे। इनपुट मिलते ही पुलिस ने पहले बच्चों से पूछताछ की। इसके बाद बुधवार को जब एग्जाम पेपर मिलाया तो हर प्रश्न हूबहू वही था, जो लीक हुआ था। बड़ी चिन्ता की बात यह है कि इन दोनों विषयों के प्रश्न पत्र न केवल लीक ही हुए बल्कि बड़े पैमाने पर वितरीत भी कर दिए गए। यह तो जांच के बाद ही पता चलेगा कि यह आपराधिक कृत्य किसने और कितने बड़े पैमाने पर किया, लेकिन इसमें दो राय नहीं कि इस कारण देश के लाखों छात्रों पर तुषाराघात हुआ है। गणित की परीक्षा के साथ ही 10वीं के ज्यादातर छात्रों की परीक्षा खत्म हो गई थी और वे इससे खुश थे कि परीक्षा का बोझ सिर से उतर गया, लेकिन उनके राहत की सांस लेने से पहले ही यह खबर आ गई कि इस विषय की परीक्षा फिर से देनी होगी। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने गोपनीय सूचनाएं, जानकारियां, प्रश्न पत्र लीक होने पर तीखा हमला बोला और कहा कि चौकीदार कमजोर होने के कारण ऐसा हो रहा है। श्री गांधी ने ट्वीट कियाöकितने लीक। डाटा लीक, आधार लीक, एसएससी परीक्षा लीक, चुनाव तिथि लीक और अब सीबीएससी पेपर लीक। हर चीज में चौकीदार वीक है। चन्द दिनों पहले ही कर्मचारी चयन आयोग की परीक्षा के पर्चे लीक होने के मामले की जांच सीबीआई को सौंपनी पड़ी थी। इससे पहले भी अन्य कई परीक्षाओं के पर्चे लीक हो चुके हैं। यह ठीक नहीं कि प्रतियोगी परीक्षाओं के साथ-साथ स्कूल और कॉलेज स्तर की परीक्षाओं के भी पर्चे लीक होने लगे हैं। केंद्रीय शिक्षा मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि बाकी परीक्षाओं के लिए सोमवार से लीक प्रूव सिस्टम लाएंगे। टेक्नोलॉजी के जरिये सुरक्षा के नए और पुख्ता प्रबंध करेंगे। यह घटनाक्रम निराशाजनक है, पर किसी के साथ अन्याय नहीं होने देंगे। चलिए देखते हैं कि लीकेज का यह सिलसिला थमेगा या नहीं?

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