Wednesday 25 February 2015

इस जीत के बाद फिर विश्व विजेता बनने का अहसास जाग उठा है

शिखर धवन के करियर की बेस्ट पारी की बदौलत भारत ने गत रविवार को दक्षिण अफ्रीका जैसी मजबूत टीम को धूल चटा दी। विश्व कप में खिताब बचाने उतरी टीम इंडिया की जीत का सिलसिला जारी रखना न केवल टीम इंडिया के लिए बल्कि पूरे देश के लिए खुशखबरी है। दक्षिण अफ्रीका जैसी विश्व कप क्रिकेट की बेहद सशक्त टीम के खिलाफ भारतीय टीम ने जिस दबदबे वाले अंदाज में मुकाबला जीता है वह खिताब बचाने के लिहाज से बेहद शुभ संकेत है। पाकिस्तान के खिलाफ मिली जीत ने न सिर्प आस्ट्रेलिया दौरे के भूत को भगा दिया था बल्कि वर्ल्ड कप के अभियान को पटरी पर ला दिया था और मेलबोर्न में खिताब के प्रबल दावेदार दक्षिण अफ्रीका पर मिली ऐतिहासिक जीत ने टीम इंडिया के अंदर फिर से विश्व विजेता बनने के अहसास को जगा दिया है। भारत की वर्ल्ड कप में दक्षिण अफ्रीका पर पहली जीत है। इससे पहले वर्ल्ड कप 1992, 1999 और 2011 में दोनों देशों के बीच हुए मुकाबलों में दक्षिण अफ्रीकी टीम विजय रही थी। भारत ने 23 साल पुरानी हार की इस परम्परा को ताजा जीत से खत्म कर दिया है। गेंदबाजी को टूर्नामेंट से पहले टीम इंडिया की कमजोर कड़ी के तौर पर देखा जा रहा था। लेकिन संडे के मैच में अश्विन के तीन, शमी और मोहित के दो-दो विकेटों ने बॉलरों का एकजुट प्रदर्शन देखा। पाक के मैच में उमेश यादव और जडेजा ने भी विकेट लिए थे। अब लगने लगा है कि भारत की यह कमजोर कड़ी उतनी कमजोर नहीं है। हाल के दौरों में शिखर की बेटिंग फरफार्मेंस को लेकर चिन्ताएं बढ़ गई थीं। लेकिन पहले पाकिस्तान के खिलाफ 73 रन और अब दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 137 के स्कोर से उनका आत्मविश्वास लौट चुका है और वह रोहित शर्मा के साथ ओपनिंग स्टैंड ले रहे हैं। इस मैच से यह भी साबित हो गया कि भारतीय टीम विदेशी पिच पर बड़ा स्कोर खड़ा कर सकती है। दरअसल आस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के खिलाफ त्रिकोणीय सीरीज में इस मामले में सवाल खड़े हो रहे थे। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टीम इंडिया की फील्डिंग भी उम्दा रही। इस जीत से टीम इंडिया ने धुरंधरों के खिलाफ लड़ाई की परीक्षा तो पास कर ही ली साथ ही क्वार्टर फाइनल में भी प्रवेश लगभग पक्का ही कर लिया है। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेले मैच में हमारी टीम ने कई सही फैसले किएöधोनी का टास जीतकर पहले बल्लेबाजी करना, टीम इंडिया के टाप आर्डर का फायर करना, रहाणे को पहले उतारने का फैसला, गेंदबाजों को सही समय पर गेंद थमाना होöधोनी का हर फैसला इस मैच में सुपर हिट साबित हुआ। क्वार्टर फाइनल के लिए भारत की दावेदारी अब ग्रुप लीडर के तौर पर मानी जा रही है। इसे अब सिर्प एक दमदार टीम (वेस्टइंडीज) के खिलाफ खेलना है। बाकी मैच आयरलैंड, जिम्बाब्वे और यूएई के खिलाफ हैं। हालांकि टीम को सचेत रहने की जरूरत होगी क्योंकि नाकआउट मुकाबलों में एक खराब दिन उम्मीदों पर पानी फेर सकता है।

-अनिल नरेन्द्र

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