सीरिया
और इराक में सक्रिय आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) की बर्बरता के नए-नए किस्से सामने आ रहे हैं। लोगों को जिन्दा जलाना, लोगों
के सिर कलम करना, बर्बरता की सारी सीमाएं तोड़ना अब यह आईएस के
लिए आम बात हो गई है। हाल ही में लीबिया में इस्लामिक स्टेट के आतंकियों ने मिस्र के
21 ईसाइयों के सिर सामूहिक रूप से कलम करने का एक वीडियो जारी किया है।
पांच मिनट के इस भयावह वीडियो में दिखाया गया है कि लीबिया की राजधानी त्रिपोली के
पास एक समुद्री तट पर सतरंगी सूट पहने बंधकों के हाथ बंधे हुए हैं और काले नकाब पहने
आतंकी उनके सिर कलम कर रहे हैं। वीडियो के एक अंश के अंत में एक आतंकी कहता हैöजिस समुद्र में तुमने शेख ओसामा बिन लादेन को दफना दिया था, अल्लाह कसम, उसी समुद्र के पानी को तुम्हारे खून से रंग
देंगे। आईएस की बर्बरता से निपटने के लिए इन दिनों अमेरिका की राजधानी वाशिंगटन में
वैश्विक मंथन हो रहा है। व्हाइट हाउस की ओर से चरमपंथ के खिलाफ ठोस रणनीति बनाने के
लिए आयोजित इस तीन दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में भारत सहित 60 देश शिरकत कर रहे हैं। इसमें दुनियाभर में बढ़ रहे धार्मिक उग्रवाद पर चर्चा
हो रही है। राष्ट्रपति बराक ओबामा ने कहा है कि अमेरिका और उसके सहयोगियों की लड़ाई
इस्लाम के खिलाफ नहीं बल्कि उन लोगों के खिलाफ है जिन्होंने धर्म की गलत व्याख्या की
है। ओबामा ने कहा कि आईएस और अलकायदा जैसे समूह स्वयं को धर्म की रक्षा करने वाले पवित्र
योद्धा बताते हैं क्योंकि वह खुद को सही साबित करने के लिए बेचैन हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति
ने `हिंसक चरमपंथ से मुकाबला' विषय पर व्हाइट
हाउस में शिखर सम्मेलन में कहा कि हमारी लड़ाई इस्लामियों से नहीं बल्कि उन लोगों से
है जिन्होंने इस्लाम की गलत व्याख्या की है। वह स्वयं को धार्मिक नेताओं और इस्लाम
की रक्षा करने वाले पवित्र योद्धाओं के रूप में दिखाने की कोशिश करते हैं। इसीलिए आईएस
स्वयं को इस्लामिक स्टेट कहता है और दुप्रचार करता है कि अमेरिका और पश्चिमी देशों
की लड़ाई इस्लाम से है। अमेरिका के नेतृत्व में गठबंधन दल इन दिनों आईएस के ठिकानों
पर ताबड़तोड़ हमले कर रहे हैं और संगठन की कमर तोड़ने में लगे हैं। ताजा समाचार के
अनुसार आईएस ने अपने कमांडरों के लिए एक नई गाइडलाइन जारी की है। आईएस ने जंग के मैदान
में उतरे अपने कमांडरों के लिए दिशानिर्देश जारी किए हैं। इसमें बताया गया है कि किस
तरह जेहादी लड़ाकों का उत्साह बनाए रखें और विपरीत परिस्थितियों में भी जीवित रहें।
दाबिक में प्रकाशित 30 बिन्दुओं के यह दिशानिर्देश अमेरिका के
नेतृत्व में गठबंधन दलों के हवाई हमलों में आईएस के आधे लड़ाकों के मारे जाने के बाद
सामने आए हैं। संयुक्त राष्ट्र के महासचिव बान की मून और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद
ने विश्व की सभी सरकारों से आतंकवाद और चरमपंथ को उखाड़ फेंकने की लड़ाई में अपने प्रयासों
को और तेज करने की अपील की है। आईएस न केवल एक आतंकी संगठन ही है बल्कि यह सभ्य समाज
के लिए चुनौती बन गया है जिसे उखाड़ना बेहतर ही होगा।
-अनिल नरेन्द्र
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