Saturday 21 November 2015

रूसी विमान गिराने वालों का सुराग देने पर 325 करोड़ का इनाम

मैंने कई दिन पहले इसी कॉलम में लिखा था कि रूसी एयरलाइनर को आईएस ने मिस्र के सिनाई क्षेत्र में गिराया है जिसमें सभी यात्री (224 लोग) मारे गए थे। अब इसकी आधिकारिक पुष्टि भी हो गई है। आखिरकार रूस ने भी मान लिया कि उसका विमान आतंकी हमले का शिकार हुआ था। रूसी राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन ने विमान में विस्फोट करने वालों को ढूंढकर सजा देने का प्रण लिया है। रूस ने हमलावरों को पक़ड़वाने के लिए सुराग देने वालों को पांच करोड़ डॉलर करीब 325 करोड़ रुपए इनाम देने की भी घोषणा की है। साथ ही रूस ने सीरिया में आईएस के खिलाफ हवाई हमले और तेज कर दिए हैं। इस बीच मिस्र पुलिस ने रूसी विमान में बम लगाने वालों की मदद करने के आरोप में शर्म अल शेख हवाई अड्डे के दो कर्मचारियों को गिरफ्तार किया है। पुतिन ने सुरक्षा कमांडरों के साथ बैठक में कहाöयह पहली बार नहीं है कि रूस पर ऐसा बर्बर हमला हुआ है। लेकिन सिनाई में हुआ हमला सबसे रक्तरंजित है। हम बदला लेने तक चैन से नहीं बैठेंगे। हम उन्हें कहीं से भी खोज निकालेंगे और सजा देंगे। इससे पहले रूस में वर्ष 2004 में उत्तरी काकेशस के बेलसान स्कूल में भीषण आतंकी हमला हुआ था। उल्लेखनीय है कि एयर बस विमान मिस्र के पर्यटक स्थल शर्म अल शेख से पर्यटकों को वापस ला रहा था और उड़ान भरने के कुछ देर बाद ही उस पर निशाना साधा गया। विशेषज्ञों के मुताबिक बम के कारण विमान आसमान में ही आग के गोले में तब्दील हो गया। यह बम करीब एक किलो टीएनटी का था जिसे किसी यात्री या हवाई अड्डे के किसी सुरक्षा कर्मचारी ने शर्म अल शेख में विमान पर चढ़ाया था। इस्लामिक स्टेट के एक गुट ने इस रूसी विमान को मिसाइल हमले में मार गिराने की जिम्मेदारी ली थी पर जांच से पता चला है कि विमान किसी मिसाइल से नहीं गिराया गया बल्कि विमान में बम से यह हादसा हुआ। इस्लामिक स्टेट समूह ने कहा कि उसने मिस्र के हवाई अड्डे पर सुरक्षा को धोखा देने का तरीका खोजकर उस अभागे रूसी विमान पर एक बम चोरी-छिपे पहुंचाया था। समूह ने उन विस्फोटों की तस्वीरें भी प्रकाशित कीं जिसके बारे में उसने यह दावा किया है। दावा किया गया है कि बम परोक्ष तौर पर एक सोडा कैन में रखा गया था। इसके साथ ही उसने उन पासपोर्टों की भी तस्वीरें प्रकाशित कीं जो उन मृत यात्रियों के थे और सिनाई प्रायद्वीप में दुर्घटना स्थल से मिले थे। उसकी ऑनलाइन पत्रिका दाबिक के नवीनतम संस्करण में कहा गया कि आईएस ने रूसी विमान को निशाना बनाने का तभी फैसला कर लिया था जब रूस ने सीरिया में उन पर बम गिराने का फैसला किया था।


-अनिल नरेन्द्र

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