Tuesday, 15 March 2016

प्रशांत किशोर की शरण में राहुल गांधी

कांग्रेस का वार रूम खुल चुका है। अब राहुल गांधी प्रसिद्ध चुनाव विशेषज्ञ प्रशांत किशोर की शरण में आ चुके हैं। कांग्रेस ने अगले साल उत्तर प्रदेश व पंजाब में होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए पार्टी की रणनीति तैयार करने की जिम्मेदारी प्रशांत किशोर को सौंपी है। किशोर ने आम चुनावों में नरेंद्र मोदी नीत भाजपा और विधानसभा चुनावों में जद (यू)-राजद-कांग्रेस महागठबंधन की जीत में अहम भूमिका निभाई थी। माना जा रहा है कि इन दोनों राज्यों में प्रशांत किशोर की अग्निपरीक्षा होगी। राहुल ने कुछ समय पहले उत्तर प्रदेश के कांग्रेसी नेताओं के साथ बैठक की थी, जिसमें प्रशांत किशोर भी मौजूद थे। इसमें गहन चर्चा हुई कि राजनीतिक रूप से सबसे महत्वपूर्ण राज्य उत्तर प्रदेश में जमीनी स्थिति को कैसे बदला जाए? हालांकि उत्तर प्रदेश के मतदाताओं की मानसिकता बिहार के मतदाताओं से मिलती-जुलती है। लेकिन पंजाब के मतदाताओं की नब्ज टटोलना थोड़ा अलग है। इसलिए प्रशांत किशोर ने जिम्मेदारी मिलते ही राज्य में पहले दौर का सर्वेक्षण कर मतदाताओं की नब्ज टटोलने का प्रयास किया। पंजाब की रणनीति के लिए गत दिनों पंजाब के तमाम बड़े नेता नई दिल्ली राहुल गांधी से मिलने पहुंचे। पंजाब की नई राजनीति पर खूब मंथन हुआ। विशेष यहां यह रहा कि इस मौके पर कांग्रेस खेमे के नए सलाहकार व राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर भी मौजूद थे। पिछले एक दशक से पंजाब की सत्ता से बाहर कांग्रेस को अब प्रशांत किशोर का ही सहारा है। ऐसे में कांग्रेस के लिए यह चुनाव बहुत महत्वपूर्ण हो चुका है। बहरहाल इस बैठक का पहला मकसद तो सभी नेताओं को प्रशांत से मुलाकात करना था। राहुल ने लगातार दो हारों के बाद अब जीत हासिल करने की रणनीति बनाने के लिए पंजाब के नेताओं के साथ चर्चा के लिए बैठक बुलाई थी। यह बैठक ऐसे समय हुई जब प्रदेश कांग्रेस नेता आप नेता अरविन्द केजरीवाल की आक्रामक प्रचार योजना और कार्यकर्ताओं के जरिये मतदाताओं तक पहुंचने की उनकी रणनीति से लगातार सावधान हो रहे हैं। किशोर ने बिहार चुनावों में कार्यकर्ताओं का असरदार तरीके से प्रयोग किया था। पंजाब में आम आदमी पार्टी के दस्तक देने के कारण कांग्रेस की चिन्ता बढ़ गई है। हालांकि अभी विधानसभा चुनाव होने में देर है लेकिन उत्तर प्रदेश और पंजाब की राजनीतिक उलझनों को सुलझाने में राहुल गांधी गंभीरता से जुट गए हैं। अब वह प्रशांत किशोर की शरण में पहुंच गए हैं। देखें, इन दोनों राज्यों में प्रशांत किशोर क्या गुल खिलाते हैं।

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