Sunday 27 March 2016

चमत्कारी जीत के बाद अब आस्ट्रेलिया टीम इंडिया के निशाने पर

टीम इंडिया ने बांग्लादेश के जबड़े से जीत छीनकर तमाम क्रिकेट प्रेमियों को रंगों के पर्व होली का जबरदस्त तोहफा दिया। इसे कहते हैं हारी हुई बाजी को जीत में बदलना। वाकई टीम इंडिया ने बुधवार को टी-20 विश्व कप में दबाव के क्षणों से गुजरते हुए बांग्लादेश को महज एक रन से हराकर अंतिम गेंद पर सुपर रोमांचक जीत हासिल की। यह इस विश्व कप का अब तक का सबसे रोमांचक फिनिश रहा। रंगों के त्यौहार पर इस जीत ने भारतीय क्रिकेट प्रेमियों की खुशियों को और रंगीला कर दिया। भारतीय टीम ने पहले बल्लेबाज करके सात विकेट पर महज 147 रनों का स्कोर बनाया लेकिन बांग्लादेश की टीम नौ विकेट पर 145 रन ही बना सकी। जब मैच का आखिरी ओवर शुरू हुआ तो बांग्लादेश को जीत के लिए 11 रन बनाने थे और उसके चार विकेट बाकी थे। पहले तीन गेंदों में नौ रन बने तो पूरे स्टेडियम में खामोशी छा गई। लोगों को 2007 का वन डे वर्ल्ड कप याद आ गया जब बांग्लादेश ने भारत को हराकर टूर्नामेंट से बाहर कर दिया था। इस बार भी यह खतरा आ खड़ा हुआ था। चारों तरफ निराशा छा गई। लगा भारत मैच हार गया है। लेकिन तभी अनिश्चितता के इस खेल ने बाजी पलटी। लगातार दो चौके खा चुके हार्दिक पांड्या ने अपनी चौथी और पांचवीं गेंद पर विकेट झटक कर मैच का रंग बदल दिया। अब बांग्लादेश को एक गेंद पर दो रन बनाने थे। पांड्या ने गेंद शार्ट पिच फेंकी। ऑफ स्टम्प के बाहर। शुवागाता होम इसे छू भी नहीं सके। गेंद सीधी कप्तान धोनी के दस्ताने में गई। धोनी को मालूम था कि बल्लेबाज रन लेने के लिए भागेंगे इसलिए उन्होंने अपने दाहिने हाथ का विकेट कीपिंग गल्फ उतार लिया और इधर बल्लेबाज बॉल मिस करके भागे उधर धोनी ने भागकर गिल्लियां बिखेर दीं और भारत एक रन से जीत गया। कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी ने जीत के बाद बताया कि उन्होंने हार्दिक पांड्या से कहा था कि अंतिम ओवर में योर्पर मत फेंकना क्योंकि वह फुलटास में बदल सकती है। वाइड से भी बचना था। हमने जैसी योजना बनाई फील्डिंग भी वैसे ही सजाई और यही चीज क्लिक कर गई। लेकिन योजना तभी अच्छी लगती है जब उसे सही तरीके से लागू किया जाए और बुधवार को सबने मिलकर यही किया। धोनी ने मैच के दौरान दबावपूर्ण क्षणों में आशीष नेहरा के साथ खासा विचार-विमर्श किया। धोनी ने कहा कि मैं सारी बातें तो नहीं बता सकता लेकिन इतना जरूर कहूंगा कि अंतिम ओवर से पहले हमने विचार-विमर्श किया। मनन इस बात पर हुआ कि किस लंबाई और दिशा में गेंद फेंकी जाए। मैं एक बात जानता था कि 20वां ओवर शुरू होने के बाद आप कितना ही समय लो आप पर जुर्माना नहीं होगा। धोनी ने बांग्लादेश के महमूदुल्लाह के प्रति हमदर्दी जताते हुए कहा कि कई बार ऐसा होता है कि आप बड़ा शॉट खेलकर मैच खत्म करना चाहते हो। जब आपके पास विकेट होते हैं तो आप सोचते हो कि दूसरे तो हैं ही, लेकिन ऐसा होता है। अगर वह लिफ्टिड शॉट की जगह सिंगल भी ले लेते तो मैच टाई हो जाता और बांग्लादेश वहां से हार तो नहीं सकता था पर उन्होंने हवाई शॉट खेला और उनके बाद आए बल्लेबाज ने भी यही गलती की। बाकी तो अब इतिहास है। अब रविवार को सेमीफाइनल में पहुंचने के लिए धोनी के धुरंधरों को आस्ट्रेलिया को हराना जरूरी है। बांग्लादेश पर मिली जीत के बाद टीम इंडिया अंक तालिका में भले ही दूसरे पायदान पर पहुंच गई है लेकिन उसका नेट रन रेट अब भी आस्ट्रेलिया से कम है। पाकिस्तान का अगला मुकाबला 25 मार्च को हुआ जिसमें आस्ट्रेलिया ने पाकिस्तान को धो दिया। अब भारत को 27 मार्च को मोहाली में आस्ट्रेलिया को हर हाल में हराना होगा। इसके लिए माही एंड कंपनी को पूरी ताकत झोंकनी होगी। बांग्लादेश से जीत के बाद धोनी एंड गैंग का मनोबल तो ऊंचा होगा ही। बेस्ट ऑफ लक टीम इंडिया।

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