Sunday 11 June 2017

40 करोड़ की ड्रग्स तस्करी में अबू आजमी का भतीजा गिरफ्तार

भारत में ड्रग्स तस्करी के आए दिन मामले पकड़े जा रहे हैं। पता नहीं कि देश में कितनी मात्रा में यह नशीले पदार्थों का सेवन आरंभ हो गया है। हाल ही में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने ड्रग्स तस्करी करने वाले एक अंतर्राष्ट्रीय गिरोह का पर्दाफाश किया है और नशे के चार सौदागरों को गिरफ्तार किया। खास बात यह है कि आरोपियों में समाजवादी पार्टी विधायक अबू आजमी का भतीजा असलम भी शामिल है। आरोपियों के कब्जे से पांच किलो पार्टी ड्रग्स आईस पकड़ी गई। अंतर्राष्ट्रीय बाजार में इसकी कीमत 40 करोड़ रुपए बताई जा रही है। नशे की दुनिया में आईस ड्रग्स के चारों आरोपी एक अंतर्राष्ट्रीय गिरोह से जुड़े थे। स्पेशल सेल के डीसीपी संजीव यादव ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों की पहचान मुंबई निवासी अबू असलम काजिम आजमी उर्फ असलम, चंडीगढ़ का लॉजिस्टिक कारोबारी अमित अग्रवाल, दिल्ली निवासी अवधेश कुमार व मदन राय के रूप में हुई है। अबू असलम काजिम आजमी समाजवादी पार्टी के मुंबई से विधायक अबू आजमी का भतीजा है। वहीं गिरोह का सरगना कैलाश राजपूत यूएई में रहता है और वहीं से पूरे नेटवर्क का संचालन करता है। आरोपी अबू उसका दाहिना हाथ माना जाता है। पुलिस पूछताछ में आरोपी अमित ने अबू आजमी के नाम का खुलासा किया। इसके बाद पुलिस ने मंगलवार को मुंबई से अबू असलम को गिरफ्तार कर लिया। अबू ने पुलिस को बताया कि वह दुबई में एक कार्गो कंपनी में काम करता है। बाद में वह मुंबई आ गया। फिर उसने गोवा में एक रेस्तरां खोला और वहां वह गिरोह के सरगना कैलाश राजपूत के सम्पर्क में आया। इसके बाद उसने उसके साथ मिलकर इस धंधे को आगे बढ़ाया और देखते ही देखते कैलाश के भारतीय नेटवर्क का सबसे बड़ा खिलाड़ी बन गया। नशीले पदार्थों खासतौर पर प्रतिबंधित ड्रग्स के बढ़ते इस्तेमाल व तस्करों के तेजी से फैलते नेटवर्क ने दिल्ली-एनसीआर को एक बड़ा ट्रांजिट प्वाइंट बना दिया है। तस्कर यहां से अपने राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय नेटवर्क तक नशीले पदार्थों की धड़ल्ले से सप्लाई कर रहे हैं। खासतौर पर डायजेपाम, मंड्रेक्स, मॉर्फिन, केटमाइन, म्याऊं-म्याऊं और कोकिन जैसे प्रतिबंधित ड्रग्स का चलन बढ़ता जा रहा है। म्याऊं-म्याऊं नाम के मशहूर मेफोड्रोन ड्रग इस वक्त सबसे ज्यादा डिमांड में है। वर्ष 2010 में भारत में इसकी एंट्री मुंबई के रास्ते हुई थी। यही वजह है कि मुंबई के रिहैबिलिटेशन सेंटर्स में ज्यादातर नए ड्रग एडिक्ट म्याऊं-म्याऊं के शिकार बताए जाते हैं। ड्रग्स की समस्या दिन-प्रतिदिन पूरे विश्व में ही बढ़ती जा रही है। भारत के लिए वह इसलिए भी चिन्ता का विषय है क्योंकि अफगानिस्तान के रास्ते पाकिस्तान इसकी तस्करी करने में दिलचस्पी रखता है। ड्रग्स मनी से ही उसकी आतंकी गतिविधियां चलती हैं।

-अनिल नरेन्द्र

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