Wednesday, 30 January 2019

लोकसभा चुनाव से पहले अंतिम विधानसभा उपचुनाव

हरियाणा में जींद और राजस्थान के रामगढ़ विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव में वोटों का डलना समाप्त हो गया है। सोमवार को जींद में हिंसा की छिटपुट घटनाओं के बीच 76 प्रतिशत मतदान हुआ। हलके के कई गांवों में देर शाम तक मतदान प्रक्रिया जारी रही। ईवीएम में खराबी के कारण करीब आधा दर्जन केंद्रों पर मतदान प्रक्रिया बाधित रही और कई तरह की अफवाहें भी उड़ी। 31 जनवरी को पता चलेगा कि जींद की जनता की पसंद कौन है। उधर रामगढ़ (राजस्थान) में सात दिसम्बर को विधानसभा चुनाव से कुछ दिन पूर्व बसपा के प्रत्याशी लक्ष्मण सिंह के निधन के कारण इस सीट पर चुनाव स्थगित कर दिया गया था। सोमवार को यहां भी वोट पड़े हैं। ये दोनों उपचुनाव आगामी लोकसभा चुनाव से पहले आखिरी उपचुनाव हैं। ऐसे में कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) दोनों के लिए प्रतिष्ठा का विषय बन चुके हैं। दोनों सीटों के नतीजे 31 जनवरी को घोषित किए जाएंगे। जींद में इनेलो विधायक डॉ. हरिचन्द मिड्डा के निधन के कारण उपचुनाव हो रहे हैं। इसमें कांग्रेस के रणदीप सुरजेवाला तो भाजपा ने हरिचन्द के बेटे कृष्ण मिड्डा को टिकट दिया है। जननायक जनता पार्टी के दिग्विजय सिंह चौटाला, इनेलो के उम्मेद सिंह रेदू तथा लोकतंत्र रक्षा पार्टी के विनोद आशरी की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है। यह उपचुनाव सीएम मनोहर लाल की राजनीतिक साख, देवी लाल व ओम प्रकाश चौटाला की पारिवारिक विरासत तथा कांग्रेस की सत्ता में वापसी की आस के सवालों का जवाब देने वाला साबित होगा। वहीं राजस्थान विधानसभा सीट पर इस उपचुनाव का विशेष महत्व इसलिए है कि राजस्थान में कांग्रेस भले ही सरकार बनाने में कामयाब हो गई हो लेकिन परिणामों में उसके खाते में बहुमत से एक सीट कम रह गई थी। कांग्रेस के पास 99 सीटें हैं। ऐसे में रामगढ़ सीट कांग्रेस के लिए निर्णायक भूमिका निभा सकती है। यहां बसपा ने पूर्व केंद्रीय मंत्री नटवर सिंह के बेटे जगत सिंह, कांग्रेस ने अलवर के पूर्व जिला प्रमुख साफिया जुबैर खान और भाजपा ने पूर्व प्रधान सुखवंत सिंह को उम्मीदवार बनाया है। 2010 से 2015 के दौरान अलवर जिला प्रमुख साफिया ने कहा कि मैं विकास के नाम पर वोट मांग रही हूं। वहीं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट ने बताया कि हमें रामगढ़ विधानसभा क्षेत्र से सकारात्मक फीडबैक मिल रहा है और इस सीट पर हमारी जीत पक्की है। भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष मदन लाल सैनी ने भाजपा की जीत का दावा करते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी के प्रदर्शन से लोग संतुष्ट नहीं हैं, इसलिए रामगढ़ सीट पर भाजपा प्रत्याशी की जीत होगी वहीं बसपा के प्रदेशाध्यक्ष सीतारम मेघवाल ने बताया कि जातिगत समीकरण बसपा के पक्ष में हैं इसलिए इस सीट पर उनकी पार्टी चुनाव जीतेगी। कुल मिलाकर दोनों जींद और रामगढ़ विधानसभा उपचुनावों का परिणाम कांग्रेस और भाजपा के लिए महत्वपूर्ण है। देखें, 31 जनवरी को मशीनें किसको जिताती हैं।
-अनिल नरेन्द्र


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