Thursday 31 January 2019

राष्ट्र गौरव से उतरकर आरोपियों की कतार में

चन्दा कोचर बैंकिंग सेक्टर का वैसा ही नाम रहीं जैसा आईटी सेक्टर में सत्यम कम्प्यूटर्स के मालिक बी. रामलिंगा राजू का था। दोनों अपने क्षेत्र में शीर्ष पर होने के बावजूद घपले-घोटालों में लिप्त पाए गए। चन्दा कोचर को 2011 में देश का दूसरा बड़ा सम्मान पद्मभूषण दिया गया, लेकिन काली कमाई के लालच ने उन्हें राष्ट्र के गौरव के पद से उतारकर आरोपियों की कतार में लाकर खड़ा कर दिया है। चन्दा फोर्ब्स और फार्च्यून की दुनिया की सबसे शक्तिशाली महिलाओं की सूची में कई साल तक शामिल रहीं। देश के किसी बैंक की पहली महिला सीईओ बनने वाली चन्दा कोचर राजस्थान के जोधपुर से हैं। 2009 में 48 साल की चन्दा किसी बैंक की सबसे युवा सीईओ थीं। कोचर ने 1984 में बतौर मैनेजमेंट ट्रेनी आईसीआईसीआई बैंक में काम शुरू किया और 2009 में बैंक की एमडी और सीईओ बनीं। पति की कंपनी को फायदे के बदले वीडियोकॉन समूह को 3000 करोड़ का कर्ज देकर बैंक के फंड को दांव पर लगाने के आरोपों से घिरी आईसीआईसीआई बैंक की पूर्व एमडी चन्दा कोचर के अब सितारे गर्दिश में चल रहे हैं। सीबीआई के अनुसार यह वीडियोकॉन समूह को कर्ज देने के एवज में आईसीआईसीआई बैंक की तत्कालीन सीईओ चन्दा कोचर के घूस लेने का मामला है। उनके खिलाफ सीबीआई ने जो एफआईआर दर्ज की है उसमें एजेंसी का कहना है कि नियमों की अनदेखी कर दिए गए लोन से बैंक को कुल 1730 करोड़ रुपए का चूना लगा है। वीडियोकॉन को हर बार मिले कर्ज की 10 प्रतिशत रकम समूह की कंपनियों के जरिये चन्दा के पति दीपक कोचर की कंपनी न्यू पॉवर के खाते में जमा कर दी जाती थी। यह काम कई कंपनियों के आपसी तालमेल से किया जा रहा था ताकि जांच एजेंसियों की निगाह से बचा जा सके। जांच में यह भी पाया गया कि वीडियोकॉन को दिए कई कर्ज डूब चुके थे। इसके बावजूद उसे कर्ज दिया जाता रहा। यही नहीं, वीडियोकॉन समूह की कंपनी स्थायी एप्लाइंसेज को 50 करोड़ की मियादी जमा सिक्यूरिटी को भी मनमाने ढंग से रिलीज कर दिया गया। कितने दुख और चिन्ता की  बात है कि इतनी सीनियर पोजीशन पर पहुंचीं चन्दा कोचर के शानदार कैरियर का यूं अंत हुआ है। दरअसल कई बैंकों के वरिष्ठ अधिकारियों के इसी प्रकार के घोटालों में शामिल होना हमारी व्यवस्था व कंट्रोल प्रणाली पर भी सवाल उठाता है। कई वरिष्ठ बैंक अधिकारियों ने तो नोटबंदी में भी तबाही मचाई। नोटबंदी के फेल होने की एक वजह यह वरिष्ठ बैंक अधिकारी भी हैं। अरुण जेटली जो अमेरिका में इलाज करा रहे हैं, ने चन्दा कोचर मामले में केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) को दुस्साहस से बचने तथा सिर्प दोषियों पर ध्यान देने की नसीहत दी। उन्होंने ट्वीट करके कहा कि भारत में दोषियों को सजा मिलने की बेहद खराब दर का एक कारण जांच में कमियां हैं।

-अनिल नरेन्द्र

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