Friday, 17 May 2019

पंजाब में कांग्रेस और अकाली दल के बीच कांटे की टक्कर है

लोकसभा चुनाव के अंतिम चरण 19 मई को पंजाब की सभी 13 सीटों पर एक साथ चुनाव होंगे। कांग्रेस, अकाली-भाजपा और आम आदमी पार्टी (आप) सभी सीटें जीतने का दावा कर रही हैं। पंजाब में कांग्रेस की सरकार है और मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह पार्टी की स्थिति मजबूत करने पर लगे हैं क्योंकि उनकी प्रतिष्ठा भी दांव पर है। विधानसभा में जीत के बाद कैप्टन का यह मुकाबला चुनौतीपूर्ण है। अकाली-भाजपा ने भी पूरा जोर लगा रखा है। आम आदमी पार्टी भी मुकाबले को रोमांचक बनाने में जुटी है। मतदान से दो दिन पहले डेरा सच्चा सौदा अपने पत्ते खोलेगा, इसके बाद किसी भी पार्टी के समीकरण बन-बिगड़ सकते हैं। फिरोजपुर की सीट पर 25 साल से अकाली दल का कब्जा है। इस बार अकाली दल के प्रधान व पूर्व डिप्टी सीएम सुखबीर सिंह बादल मैदान में हैं। बादल के पूर्व सहयोगी व दो बार अकाली दल से सांसद रहे शेर सिंह कांग्रेसी उम्मीदवार के रूप में उनको चुनौती दे रहे हैं। शेर सिंह को अकाली समर्थकों के गुस्से का सामना भी करना पड़ रहा है। आप के हरजिंदर सिंह काका और सीपीआई के हंसराज गोल्डन पीडीए के टिकट पर मैदान में हैं। बठिंडा सीट पर बादल परिवार की बहू और केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल तीसरी बार जीत हासिल करने के लिए मैदान में हैं। यहां अकाली दल 8 बार जीत चुका है। इस बार अकाली पंजाब में सत्ता में नहीं है और पार्टी को श्रीगुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी के आरोपों का भी सामना करना पड़ रहा है। हरसिमरत का मुख्य मुकाबला कांग्रेस के विधायक राजा वड़िंग और आम आदमी पार्टी की विधायक बलजिंदर कौर के अलावा अपनी पार्टी बनाकर चुनाव में उतरे आप के बागी विधायक सुखपाल खैरा से है। गुरदासपुर से अभिनेता सन्नी देओल के उतरने के बाद यहां सबकी नजरें टिकी हुई हैं। ढाई किलो के हाथ वाले डायलॉग से लोकप्रिय हुए सन्नी का मुकाबला मौजूदा सांसद व प्रदेशाध्यक्ष सुनील जाखड़ से है। दिवंगत विनोद खन्ना भाजपा के टिकट पर 1998, 1999, 2004 और 2014 में सांसद चुने गए थे। उनकी मृत्यु के बाद भाजपा ने उपचुनाव में यह सीट कांग्रेस के हाथों गंवा दी थी। पार्टी ने एक बार फिर बॉलीवुड स्टार के सहारे भाग्य आजमाने की कोशिश की है। आम आदमी पार्टी ने पीटर मसीह को उतारा है। संगरूर सीट से आम आदमी पार्टी के पंजाब अध्यक्ष और मौजूदा सांसद भगवंत सिंह मान को फिर से उतारा है। उन्हें कांग्रेस के केवल सिंह ढिल्लों व अकाली दल के परमिंदर सिंह ढींढसा से चुनौती मिल रही है। 2014 में भगवंत मान ने सुखदेव ढींढसा को बड़े अंतर से हराया था। पटियाला संसदीय सीट से पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की पत्नी परनीत कौर कांग्रेस की प्रत्याशी हैं। इस सीट से मौजूदा सांसद डॉ. धर्मवीर गांधी 2014 में आप के टिकट पर जीते थे। इस बार वह अपनी पार्टी बनाकर उतरे हैं। तब गांधी ने परनीत को 20,942 वोटों से हराया था। प्रदेश में आप की स्थिति कमजोर हुई है। इस बार डॉ. गांधी को परनीत के अलावा अकाली दल के पूर्व मंत्री सुरजीत सिंह रखड़ा से भी चुनौती मिल रही है। आप की ओर से नया चेहरा नीना मित्तल प्रत्याशी हैं। आनंदपुर साहिब से कांग्रेस जाने-पहचाने चेहरे मनीष तिवारी मैदान में हैं। धार्मिक नगरी और सिख बहुल इलाके में तिवारी का मुकाबला अकाली दल के प्रो. प्रेम सिंह चंदूमाजरा से है। आम आदमी पार्टी ने यहां नरेंद्र सिंह शेरगिल को उतारा है। फिर भी मुख्य मुकाबला कांग्रेस और अकाली दल के बीच है। वहीं अकाली दल टकसाली के सीनियर नेता बीर दविंद्र सिंह को उतारा है।

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