Friday 10 May 2019

पहचान, विरासत और करियर सब कुछ दांव पर है

मौजूदा चुनाव में हरियाणा की हिसार लोकसभा सीट सूबे के सियासी परिवारों के चुनावी घमासान के चलते हाई-प्रोफाइल बन गई है। यहां से भाजपा की टिकट पर आजादी पूर्व संयुक्त पंजाब की राजनीति करने वाले सर छोटू राम के नाती ब्रजेन्द्र सिंह मैदान में हैं। उनके सामने जजपा से पूर्व उपप्रधानमंत्री चौधरी देवी लाल के पड़पोते और हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला के पोते दुष्यंत सिंह चौटाला और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री भजन लाल के पोते और कांग्रेस के सीनियर नेता कुलदीप बिश्नोई के छोटे बेटे भव्य बिश्नोई खड़े हैं। जाट बहुल इलाके में प्रदेश के दिग्गज नेताओं की पारिवारिक विरासतों के बीच यह मुकाबला रोचक बन गया है। दुष्यंत सिंह और ब्रजेन्द्र सिंह जाट चेहरे हैं, जबकि भव्य बिश्नोई एक गैर-जाट कैंडिडेट हैं। हिसार के उम्मीदवारों का सिर्प एक यही रोचक पहलू नहीं है। तीनों उम्मीदवारों से जुड़े कई और तथ्य भी हैं जिनके चलते यह सीट चर्चाओं में है। तीनों उम्मीदवारों की मां हरियाणा में मौजूदा विधायक हैं। ब्रजेन्द्र सिंह की मां और चौधरी बीरेन्द्र सिंह की पत्नी प्रेम लता उचाना से विधायक हैं तो दुष्यंत की मां नैना चौटाला डबवाली और भव्य की मां रेणुका बिश्नोई हांसी से। तीनों मांएं कड़ी धूप में अपने बेटों के लिए प्रचार कर रही हैं। पिछले लोकसभा चुनाव में दुष्यंत का मुकाबला भव्य के पिता कुलदीप बिश्नोई से हुआ, जिसमें बिश्नोई हार गए थे। आईएनएलडी के टूटने के बाद बनी जजपा की यह पहली परीक्षा है। उसके सामने (दुष्यंत चौटाला) राजनीतिक अस्तित्व का सवाल हैं। वहीं भव्य बिश्नोई पर परिवार की राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ाने की जिम्मेदारी है। इस चुनाव से उनका खुद का राजनीतिक करियर भी तय होगा। वहीं ब्रजेन्द्र सिंह अपने पिता केंद्रीय मंत्री की जगह मैदान में हैं। बेटे को टिकट मिलते ही पिता ने कैबिनेट से इस्तीफे की पेशकश की थी। दुष्यंत पिछली बार मोदी लहर के बावजूद जीते थे। दुष्यंत मिलनसारिता के कारण लोकप्रिय हैं। उनकी पार्टी हालांकि जजपा महज छह महीने पुरानी है।

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