Tuesday, 21 May 2019

चुनावी दंगल समाप्त हुआ, अब दावों की जंग

2019 लोकसभा चुनाव की लंबी प्रक्रिया 19 मई को आठ राज्यों की 59 सीटों पर मतदान के बाद अंतत समाप्त हो गई। अब मैदान की लड़ाई खत्म, अब दावों की जंग शुरू हो गई है। 23 मई तक जब तक ईवीएम खुलेगी दावों का यह सिलसिला चलता रहेगा। 19 मई शाम छह बजे से एक्जिट पोल भी आ गए और 23 मई तक हर टीवी चैनल पर इनको लेकर बहस देखने को मिलेगी। जो जीत रहा है वह तो शांत रहेगा जो हार रहा है वह इन्हें गलत बताएगा और उदाहरण देगा कि फ्लां-फ्लां एक्जिट पोल गलत साबित हुए थे। अपनी अंतिम रैली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि लोकतंत्र में चुनाव सरकार बनाने के लिए होता है। खरगौन की रैली में प्रधानमंत्री ने कहा कि राजनीतिक दल और उम्मीदवार आपसे अपनी-अपनी नीयत और नीति के हिसाब से वोट मांगते हैं। लेकिन 2019 का चुनाव अन्य चुनावों से भिन्न है। इस चुनाव का नेतृत्व जनता कर रही है। देश आज कश्मीर से कन्याकुमारी और कच्छ से कामरूप तक पूरा देश कह रहा हैöअबकी बार मोदी सरकार। और तीन-चार दिन से मैं सुन रहा हूंöअबकी बार, 300 पार। उन्होंने कहा कि आतंकवाद और नक्सलवाद को खत्म करने की हमारी प्रतिबद्धता को भरपूर जन समर्थन मिला है। यह देश की भावना है कि आतंकियों को घर में घुसकर मारा जाए। मोदी ने सरकार फिर से बनने का दावा करते हुए कहा कि नई सरकार जल्दी काम करना शुरू कर देगी। उन्होंने कहाöमेरा मोटा-मोटा मत है कि पूर्ण बहुमत वाली सरकार पांच साल का कार्यकाल पूरा करने के बाद जीतकर सत्ता में आ रही है और लंबे अरसे के बाद फिर ऐसा होगा। वहीं राहुल गांधी को जब पता चला कि उसी समय दिल्ली भाजपा मुख्यालय में मोदी-शाह की प्रेस कांफ्रेंस हो रही है तो उन्होंने दावा किया कि प्रधानमंत्री की विदाई तय हो चुकी है। उन्होंने कहा कि मैंने कई बार मोदी जी से सवाल किए, लेकिन उन्होंने यह कहकर टाल दिया कि इसका उत्तर 23 मई को जनता देगी। राहुल ने चुनाव आयोग को फिर पक्षपाती बताया। उन्होंने कहाöजबकि ऐसे ही बयानों के लिए दूसरे नेताओं पर कार्रवाई की गई वहीं मोदी और अमित शाह के बयानों पर कोई संज्ञान नहीं लिया गया। कांग्रेस अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि चुनाव आयोग ने पूरे चुनाव का कार्यक्रम नरेंद्र मोदी के प्रचार को ध्यान में रखकर बनाया। राहुल ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री मेरे परिवार के बारे में चाहे जितना अनुचित बोल लें पर मैं उनके माता-पिता के बारे में कभी नहीं बोलूंगा। राहुल ने कहा कि मैं प्रधानमंत्री पद का आदर करता हूं और मैं उनको नफरत के बदले प्यार लौटाऊंगा। अगर उनके माता-पिता ने कुछ गलत भी किया, फिर भी मैं उनके माता-पिता के बारे में नहीं बोलूंगा। अगर वह हमारे बारे में गंदा बोलना चाहते हैं तो यह उन पर है। 2014 में लोकसभा में हमारे नम्बर कम थे लेकिन कांग्रेस ने विपक्ष की भूमिका `' ग्रेड से निभाई। 23 मई को मोदी सरकार जाना तय है। अब 23 मई को ही पता चलेगा कि भाजपा की 300 सीटें आ रही हैं या उनकी विदाई होगी?
-अनिल नरेन्द्र


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