Saturday, 30 November 2019

भाजपा ने वर्षों की कमाई को एक मिनट में गंवा दिया

महाराष्ट्र में मिली मात के बाद भाजपा में बवाल हो गया है। पार्टी के कई वरिष्ठ नेता अजित पवार से हाथ मिलाने के फैसले के खिलाफ खड़े हो गए हैं। भारतीय जनता पार्टी के नेता और महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री एकनाथ खडसे ने अजित पवार के साथ हाथ मिलाने को लेकर भाजपा हाई कमान और पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस पर निशाना साधते हुए कहा कि जो हमने जिंदगी भर कमाया था, पारदर्शिता, भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ते हैं, अजित दादा पवार के साथ हाथ मिलाकर हमारी पार्टी ने सब गंवा दिया। खडसे ने कहा कि मैंने जिंदगी के 42 साल पार्टी के लिए काम किया है। पार्टी बड़ी हो इसके लिए कठिन समय में भी काम किया, जब अच्छा समय आया तो मुझे टिकट नहीं दिया गया इसका दुख हुआ और रहेगा भी। पर मैं रहूं न रहूं, मेरी सरकार आनी चाहिए थी। एकनाथ खडसे ने विधानसभा चुनाव के दौरान उनकी पार्टी के उम्मीद से खराब प्रदर्शन को लेकर देवेंद्र फड़नवीस पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि चुनाव प्रचार के दौरान हमारे मुख्यमंत्री कहते थे कि गठबंधन को 220 से ज्यादा सीटें आएंगी, लेकिन मिली 160। उन्होंने कहा कि जनता ने चुनाव के दौरान और चुनाव के बाद जो कुछ देखा है उसका अर्थ जनता जरूर निकालेगी। खडसे ने हाई कमान और देवेंद्र फड़नवीस पर हमला बोलते हुए कहा कि अगर पार्टी के सभी वरिष्ठ नेताओं को साथ लेकर चुनाव ल़ड़ा होता तो 25 सीटें ज्यादा आतीं और आज यह दिन न देखना पड़ता। गौरतलब है कि चुनाव में पार्टी ने खडसे का टिकट काटकर उनकी जगह बेटी रोहिणी खडसे को टिकट दिया था, लेकिन वह भी अपनी सीट नहीं बचा पाई थीं। खडसे ने कहा कि अगर मुझे, विनोद तावड़े और चंद्रकांत बावनफुले को लेकर भाजपा चुनाव लड़ती तो 25 सीटें ज्यादा आतीं। वास्तव में ऐसे फैसले किसी व्यक्ति की गलती का नतीजा होते हैं। कोई संगठन गलत नहीं होता। खडसे ने कहा कि उन्होंने गठबंधन में तमाम वरिष्ठ नेताओं से पूछा कि आखिर क्या कारण है कि राज्य के सीनियर नेताओं का टिकट चुनाव में कट गया? अब यह दुर्भाग्य की बात है कि महायुति को बहुमत मिलने के बाद भी उसकी सरकार नहीं बनी। फड़नवीस द्वारा अजित पवार के साथ मिलकर सरकार बनाने की कोशिशों को गलत फैसला बताया। कहा, जिस सिंचाई घोटाले में अजित का नाम है उससे जुड़े कागज तो हमने बैलगाड़ियों में भरकर रद्दी में बेच दिए क्योंकि उन दिनों रद्दी का भाव ज्यादा था। महाराष्ट्र में भाजपा सरकार गिरते ही पार्टी के अंदर ब्लेम-गेम शुरू हो गया है। खडसे ने जो आरोप आज पार्टी हाई कमान व पूर्व मुख्यमंत्री पर लगाए हैं, अधिकतर वरिष्ठ पार्टी नेताओं और कार्यकर्ता पूछ रहे हैं। देवेंद्र फड़नवीस ने अजित पवार को क्यों समर्थन दिया, यह सही था या गलत उन्होंने जवाब में कहा कि मैं सही समय पर जवाब दूंगा। लेकिन भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि विधायक दल का नेता होने के कारण भाजपा उन (अजित) पर भरोसा किया था। शाह ने एक चैनल से कहा कि जनादेश को धत्ता बताकर धुर विरोधी विचारधारा वाले राजनीतिक दल सिर्प सत्ता हासिल करने के लिए साथ आए हैं। मुख्यमंत्री पद का लालच देकर समर्थन लेना खरीद-फरोख्त नहीं है क्या? मूल प्रश्न का जवाब उन्होंने यह भी फिलहाल टाल दिया।

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