Friday 13 December 2019

यह हैं दुनिया की सबसे कम उम्र की प्रधानमंत्री

फिनलैंड की सोशल डेमोकेटिक पार्टी की नेता सबसे कम उम्र की प्रधानमंत्री बनने जा रही हैं। 34 वर्षीय परिवहन मंत्री सना मरीन रविवार को हेलसिंकी में देश की प्रधानमंत्री चुनी गईं। इसके साथ ही वह देश की ही नहीं, दुनिया में भी सबसे युवा प्रधानमंत्री बन गईं। मरीन के बाद यूकेन के प्रधानमंत्री ओलेक्सी होन्चेरुक अभी 35 वर्ष के हैं। अपनी उम्र से संबंधी सवालों पर मरीन ने कहा कि मैंने कभी अपनी उम्र या महिला होने के बारे में नहीं सोचा। मैं कुछ वजहों से राजनीति में आई और इन चीजों के लिए हमने मतदाताओं का विश्वास जीता। सना मरीन का जन्म 16 नवम्बर 1985 को फिनलैंड में हुआ था। मरीन समान लिंग वाले पार्टनर की संतान हैं। वर्ष 2012 में वह प्रशासनिक विज्ञान में टैम्पियर विश्वविद्यालय से परस्नातक की डिग्री हासिल की। 27 वर्ष की उम्र में टैम्पियर की नगर परिषद की प्रमुख चुनी गई थीं। जून 2019 में सरकार में वह परिवहन व संचार मंत्री रहीं। परिवहन मंत्री रहीं सना को प्रधानमंत्री एंटीरिने के इस्तीफे के बाद सोशल डेमोकेटिक पार्टी ने प्रधानमंत्री पद के लिए चुना है। वह पांच पार्टियों के मध्य-वामपंथी गठबंधन का नेतृत्व कर रही हैं। इन सभी पार्टियों की इत्तेफाक से अध्यक्ष महिलाएं ही हैं। देश में डाक हड़ताल से निपटने के मामले में एंटीरिने ने गठबंधन का विश्वास खो दिया था और उन्हें पद छोड़ना पड़ा था। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार सना मरीन का पालन पोषण इनेवो फैमिली (एक प्रकार का हिप्पी समूह) में हुआ। वह किराये के एक अपार्टमेंट में अपनी मां और उनकी महिला पार्टनर के साथ रहती थीं। उन्होंने फिनिश भाषा में (मेनाएसेत भाषा) में 2015 में कहा था कि बचपन में वह खुद को अदृश्य महसूस करती थीं क्योंकि वे अपने परिवार के बारे में खुलेतौर पर बोलने से कतराती थीं। लेकिन उन्होंने कहा था कि उनकी मां हमेशा उनका समर्थन करती रहीं और उन्होंने भरोसा दिलाया कि वो जो चाहे कर सकती हैं। अपने परिवार की वह पहली शख्स थीं जो विश्वविद्यालय तक गई थीं। ऐसी कम ही संभावना है कि सना मरीन नीतियों में कोई बड़ा बदलाव करेंगी क्योंकि उनके दफ्तर संभालने के दौरान गठबंधन एक कार्यक्रम पर सहमत हुआ है। स्कैडिवेनाई देशों में सना मरीन तीसरी महिला प्रधानमंत्री हैं। यूरोपीय संघ का अध्यक्ष पद इस समय फिनलैंड के पास है और ऐसी उम्मीद है कि ब्रुसेल्स में 12 दिसम्बर को यूरोपीय संघ सम्मेलन से पहले सांसद उन्हें अध्यक्ष पद के लिए चुन लें।

-अनिल नरेन्द्र

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