Wednesday 25 December 2019

डोनाल्ड ट्रंप पर चलेगा महाभियोग

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर महाभियोग चलाने की मंजूरी संसद के निचले सदन हाउस ऑफ रिप्रेजेन्टेटिव से मिल गई है। अब ऊपरी सदन सीनेट में ट्रंप पर मुकदमा चलाया जाएगा। अमेरिका के इतिहास में ट्रंप ऐसे तीसरे राष्ट्रपति हैं जिनके खिलाफ महाभियोग की मंजूरी दी गई है। डोनाल्ड ट्रंप पर आरोप है कि उन्होंने यूकेन के राष्ट्रपति बोलोदीमीर जेलेंस्की पर 2020 में डेमोकेटिक पार्टी के संभावित उम्मीदवार जो बोइडेन और उनके बेटे के खिलाफ भ्रष्टाचार की जांच के लिए दबाव बनाया है। बोइडेन के बेटे यूकेन की एक ऊर्जा कंपनी में बड़े अधिकारी हैं। अब रिपब्लिकन पार्टी के बहुमत वाली सीनेट में राष्ट्रपति ट्रंप के खिलाफ जांच शुरू होगी। ये जांच नेताओं के छोटे-छोटे समूह यानि समितियां करेंगी। हर एक समिति को इस मामले से जुड़े किसी एक चीज को समझने में महारत हासिल है। जैसे कि विदेशी मामलों की समिति, आर्थिक मामलों की समिति और न्याय की समिति। इस मामले में सार्वजनिक तौर पर गवाहों को बुलाया जाएगा। अमेरिका और यूरोप के लोग क्रिसमस से लिब्रेशन की तैयारियों में जुटे हैं। मॉल्स और दुकानें रोशनियों से जगमगा रहे हैं और इसी बीच दुनिया के सबसे शक्तिशाली अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के विरुद्ध निचले सदन में महाभियोग का प्रस्ताव पास हो गया। सदन में विपक्षी डेमोकेटिक पार्टी का बहुमत है, लिहाजा प्रस्ताव पारित होना ही था। हालांकि कांग्रेस के शक्तिशाली उच्च सदन सीनेट में ट्रंप की रिपब्लिक पार्टी का बहुमत है। अमेरिकी संविधान के प्रावधान के मुताबिक उच्च सदन में दो तिहाई मतों के आधार पर ही महाभियोग को अंतिम परिणति तक पहुंचाया जा सकता है। सीनेट में संख्या बल ट्रंप के पक्ष में है इसलिए वह आश्वस्त हैं। इससे पहले एंड्रयू जॉनसन पर 1868 और बिल क्लिंटन पर 1998 में महाभियोग चलाया गया था। सीनेट ने इन दोनों सदनों के प्रस्ताव नामंजूर कर दिए थे। रिचर्ड निक्सन ने 1974 में महाभियोग की प्रक्रिया शुरू होने से पहले इस्तीफा दे दिया था और बिन क्लिंटन ने अपनी गलती पर माफी मांग ली थी। पर डोनाल्ड ट्रंप नहीं मानते कि उन्होंने कुछ गलत किया है। जब संसद में ट्रंप के महाभियोग पर वोटिंग चल रही थी तब वह मिशिगन के बैटल क्रीक में सभा को संबोधित कर रहे थे। जहां उन्होंने कहा कि हम लोगों के लिए नौकरियां पैदा कर रहे हैं और मिशिगन के लोगों के लिए लड़ रहे हैं वहीं कट्टरपंथी और वामपंथी कांग्रेस मेरे खिलाफ ईर्ष्या, नफरत और गुस्से से भरी है। आप देख रहे हैं कि मेरे साथ क्या हो रहा है? डेमोकेट्स को पता है कि उच्च सदन में प्रस्ताव गिर जाएगा। फिर भी आगामी राष्ट्रपति पद के चुनाव में मनोवैज्ञानिक और नैतिक बढ़त बनाने के लिए ट्रंप के विरुद्ध महाभियोग की कार्रवाई की। वैसे भी दोनों प्रमुख पार्टियों के बीच स्वस्थ लोकतांत्रिक प्रतिस्पर्धा प्रतिशोध की राजनीति में बदल गई है।
öअनिल नरेन्द्र

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