Tuesday 3 December 2019

शाह बनाम पवार ः असली चाणक्य तो पवार ही हुए

महाराष्ट्र की सियासत के बेताज बादशाह कहे जाने वाले एनसीपी प्रमुख शरद पवार की पॉवर के आगे भाजपा के चाणक्य का दांव काम नहीं आ सका। इससे साबित हो गया कि महाराष्ट्र के चाणक्य ने भाजपा के चाणक्य कहे जाने वाले भाजपा अध्यक्ष अमित शाह को पछाड़ दिया और सही मायनों में यह साबित कर दिया कि असली चाणक्य वही हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष व केंद्रीय मंत्री अमित शाह के आगे देश के एक से एक बढ़कर नेता अपना सियासी वजूद को बचाकर नहीं रख सके। महाराष्ट्र की सियासत में इन दोनों नेताओं का सियासी जादू फीका पड़ गया। विधानसभा चुनाव के बीच प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने जब एनसीपी प्रमुख शरद पवार पर कार्रवाई के लिए कदम उठाया तो महाराष्ट्र का यह बूढ़ा शेर जाग उठा। जबकि एनसीपी के तमाम दिग्गज जिनमें अजित पवार भी शामिल थे साथ छोड़कर जा चुके थे। ऐसे में अकेले पड़े 78 वर्षीय शरद पवार ने दिल्ली बनाम महाराष्ट्र की सियासी लकीर खींच दी और बारिश में भीगते हुए चुनाव प्रचार करने से नहीं चूके। इसका नतीजा यह रहा कि एनसीपी किंग मेकर बनकर उभरी। हालांकि भाजपा-शिवसेना को स्पष्ट बहुमत मिला था, लेकिन दोनों के बीच कुर्सी की लड़ाई में पवार ने अपने सियासी हुनर का इस्तेमाल किया। उन्होंने खामोशी से शिवसेना के कंधे पर हाथ रखा। इससे शिवसेना के हौसले इतने बुलंद हो गए कि उसने भाजपा से 30 साल पुरानी दोस्ती तोड़ ली। शिवसेना ने महाराष्ट्र में कांग्रेस-एनसीपी के साथ आने के लिए अपना हाथ बढ़ाया। लेकिन शरद पवार ने अपने पत्ते आखिरी वक्त तक नहीं खोले। इसका नतीजा यह हुआ कि गवर्नर को महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लगाना पड़ा। राष्ट्रपति शासन लगने के बाद भी कांग्रेस-एनसीपी-शिवसेना के बीच सियासी खिचड़ी पकती रही। कांग्रेस की ओर से भी शिवसेना के साथ बात शरद पवार ही करते रहे थे। तीनों पार्टियों के बीच कई दौर की बैठक के बाद शुक्रवार (22 नवम्बर) को सरकार बनाने का फार्मूला तय हुआ। कांग्रेस, एनसीपी और शिवसेना सरकार बनाने का दावा राज्यपाल को पेश करती, उनसे पहले दिल्ली में भाजपा के चाणक्य ने शनिवार को शरद पवार के भतीजे अजित पवार को अपने साथ मिलाकर सबको आश्चर्यचकित कर दिया। महाराष्ट्र में रातोंरात राष्ट्रपति शासन हटाने का फैसला कर दिया। शनिवार की सुबह मुंबई के लोग सोकर सही से उठे भी नहीं थे कि देवेंद्र फड़नवीस ने मुख्यमंत्री की शपथ ले ली और अजित पवार ने डिप्टी सीएम की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित भाजपा के तमाम नेताओं ने देवेंद्र फड़नवीस सरकार को बधाई तक दे दी। एक बार फिर महाराष्ट्र के चाणक्य ने दिल्ली के चाणक्य को मात दे दी। इसके बाद क्या हुआ यह सभी जानते हैं। महाराष्ट्र के चाणक्य शरद पवार ने दूसरे सभी चाणक्यों को हरा दिया है। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद से देवेंद्र फड़नवीस के इस्तीफे के बाद यह बात एनसीपी नेता व प्रवक्ता नवाब मलिक ने कही।

-अनिल नरेन्द्र

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