ग्रेटर नोएडा स्थित जेपी स्पोर्ट्स सिटी का आबंटन
रद्द कर दिया गया है। आबंटन रद्द किए जाने का फैसला शनिवार को हुई यमुना प्राधिकरण
की 66वीं बोर्ड बैठक में लिया गया। जेपी
एसोसिएट्स पर प्राधिकरण समेत बायर्स का 804 करोड़ रुपए बकाया
है। जिसके लिए यमुना प्राधिकरण ने बीते दिनों जेपी एसोसिएट्स व उसकी सहयोगी कंपनियों
को नोटिस जारी किया था। इस जेपी स्पोर्ट्स सिटी में बुद्ध इंटरनेशनल सर्पिट भी है।
जिस पर पूर्व में तीन बार फार्मूला वन रेस का भी आयोजन किया जा चुका है। इसके अलावा
यहां इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम व हॉकी स्टेडियम भी प्रस्तावित हैं। प्राधिकरण ने
कंपनी को एसईजैड परियोजना के तहत एक हजार पंद्रह हैक्टेयर जमीन आबंटित की थी। जिसमें
जेपी अन्य कंपनियों को करीब 500 हैक्टेयर जमीन बेच चुकी है। कंपनी
पर करीब 864 करोड़ रुपए बकाया हैं। कई बार नोटिस जारी करने के
बाद भी कंपनी पैसा जमा नहीं कर रही थी। 30 जून को यमुना प्राधिकरण
की बोर्ड बैठक में एक महीने की मौहलत दी गई थी। वहीं चेताया गया था कि एक माह के अंदर
किश्त जमा नहीं किए जाने पर आबंटन रद्द कर दिया जाएगा। चेतावनी के बाद जेपी ग्रुप ने
यमुना प्राधिकरण में 100 करोड़ रुपए जमा करा दिए हैं। जिसके बाद
आबंटन निरस्त नहीं किया गया था। एसईजैड का बकाया जमा कराने के लिए जेपी स्पोर्ट्स इंटरनेशनल
कंपनी को एक महीने का समय दिया गया था। लेकिन कंपनी ने बकाया रकम को समय से जमा नहीं
किया। इसके बाद जेपी स्पोर्ट्स सिटी का आबंटन निरस्त कर दिया गया है। यह अत्यंत दुर्भाग्य
की बात है कि इतनी शानदार स्पोर्ट्स फैसिलिटी की पैसों के डिफॉल्ट के कारण दुर्दशा
हो रही है। पूरे देश में एक ही फार्मूला वन
सर्पिट है और यहां पर तीन बार अंतर्राष्ट्रीय स्तर की रेस फार्मूला वन के आयोजन भी
हो चुके हैं। इस बुद्ध सर्पिट को मैंने भी देखा है। उम्मीद की जाती है कि इसके रखरखाव
का पूरा प्रबंध प्रोफेशनली हैंडल किया जाएगा। हमें हर हालत में स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स
की अच्छे से देखभाल करनी होगी।
-अनिल नरेन्द्र
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