Tuesday 15 December 2015

लश्कर की आत्मघाती हमलावर थी इशरत जहां

2004 में इशरत जहां मुठभेड़ केस के बाद जो विवाद आरंभ हुआ था वह आज तक चलता आ रहा है। देश के तमाम स्यूडो इंटलैक्चुयल (छद्म पत्रकार) इसे फर्जी एनकाउंटर बताने पर तुले हुए थे और आज भी हैं। वह यह साबित करने में लगे रहते हैं कि मुंबई से सटे ठाणे के मुंब्रा इलाके में रहने वाली इशरत जहां 15 जून 2004 को जावेद शेख उर्प प्रगेश पिल्लई और पाकिस्तान के दो युवकों अमजद अली एवं जीशान जौहर अब्दुल गनी के साथ अहमदाबाद घूमने गई थी और पुलिस ने इन चारों को अहमदाबाद के बाहरी इलाके में एक फर्जी मुठभेड़ करके मारा डाला। उसके परिवार वालों ने यह दावा किया कि वह छात्रा थी। इशरत की मां शमीमा कौसर ने गुजरात हाई कोर्ट में याचिका दाखिल की थी जिसमें कहा गया है कि उनकी  बेटी जावेद शेख के परफ्यूम बिजनेस में सेल्स गर्ल का काम करती थी जबकि गुजरात पुलिस ने कहा था कि अहमदाबाद में मारे गए आतंकी राज्य के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला करने के इरादे से वहां पहुंचे थे। इशरत जहां केस पर गुजरात के तत्कालीन गृहमंत्री अमित शाह और गुजरात पुलिस की भूमिका पर सवाल उठे थे। लश्कर--तैयबा ने भी इशरत जहां को अपनी वेबसाइट पर शहीद का दर्जा दिया था। अब मुंबई पर 26/11 के आतंकी हमले के प्रमुख सूत्रधार लश्कर--तैयबा के आतंकी डेविड हैडली ने इशरत जहां के बारे में बड़ा खुलासा करके इसकी पुष्टि की है कि इशरत जहां लश्कर की आतंकी थी। गौरतलब है कि मुंबई की एक अदालत ने डेविड हैडली को बुधवार को माफी दे दी और उसे 26/11 के मुंबई आतंकवादी हमलों के मामले में सरकारी गवाह बनाया है। हैडली ने राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को बताया है कि 2004 में अहमदाबाद में मारी गई मुंबई की लड़की इशरत जहां लश्कर--तैयबा की आत्मघाती हमलावर थी। इस खुलासे से गुजरात पुलिस के उस दावे की पुष्टि हुई है जिसमें उसने इशरत को आतंकी करार दिया था। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि हैडली ने अमेरिका में यह सूचना एनआईए और विधि विभाग की चार सदस्यीय टीम के साथ साझा की है। हैडली ने बताया था कि इशरत जहां लश्कर के आत्मघाती दस्ते की सदस्य थी जिसे लश्कर के मुजामिल नाम के आतंकी ने अपने दस्ते में शामिल किया था। जहां के एनकाउंटर को लेकर देश में बड़ा विवाद छिड़ा था। हैडली के इस खुलासे से इस मुद्दे पर चल रही राजनीति पर विराम तो लगना चाहिए पर इसमें संदेह है कि यह कथाकथित धर्मनिरपेक्ष नेता इस विवाद को खत्म होने देंगे? यह तो अच्छी बात है कि यह डेविड हैडली कह रहा है जिसे इस मामले में निष्पक्ष माना  जाना चाहिए।

-अनिल नरेन्द्र

No comments:

Post a Comment