Thursday 14 January 2016

न अमेरिका और न ही पाकिस्तान हमलावरों पर कार्रवाई करेगा

हमें यह समझ नहीं आ रहा है कि भारत सरकार पठानकोट एयरबेस पर आतंकी हमले का पाकिस्तान को क्या जवाब देना चाहती है? यह महज एक आतंकी हमला नहीं था यह तो देश पर हमला था। पाकिस्तान समर्थक आतंकियों ने पहली बार भारत के एक सैनिक पतिष्ठान पर हमला किया था। क्या हम समझें कि भारत सरकार का जवाब यह है कि पाकिस्तान हमलावरों पर कार्यवाही करे या फिर यह है कि अमेरिका पाकिस्तान पर ऐसा करने के लिए दबाव डालें? बेशक दिखाने के लिए अमेरिका पाकिस्तान पर कार्रवाई करने का दबाव डालता दिख रहा है पर क्या हम अमेरिका के ट्रैक रिकार्ड को नजरअंदाज कर सकते हैं? उसकी हमेशा से पाकिस्तान को लेकर दोहरी नीति रही है। एक तरफ वह भारत की पीठ थपथपाता रहता है दूसरी तरफ पाकिस्तान को धन और हथियार मुहैया करवाता रहता है। यह जानते हुए भी कि इसका इस्तेमाल भारत के खिलाफ ही होना है। दरअसल जब तक अमेरिका अफगानिस्तान में है पाकिस्तान उसकी मजबूरी बना रहेगा। उसे अफगानिस्तान से हटना है और ऐसा करने में उसे पाकिस्तान की मदद चाहिए। इसलिए वह ऊपर से दिखाने के लिए कुछ भी करता रहे अंदरखाते वह कभी भी पाकिस्तान के खिलाफ नहीं जा सकता। कम से कम तब तक तो नहीं जब तक वह अफगानिस्तान से नहीं हटता। जख्म पर नमक छिड़कने के लिए पठानकोट के मास्टर माइंड जैश--मुहम्मद के सरगना मौलाना मसूद अजहर ने इंटरनेट पर एक आडियो टेप जारी कर भारतीय सुरक्षा बलों का मजाक उड़ाया है। कई खुलासे करते हुए  मसूद अजहर ने दावा किया है कि महज छह हमलावार भारतीय सुरक्षा एंजेसियों पर भारी पड़े। दरअसल मसूद ने इंटरनेट पर 13 मिनट का एक आडियो अपलोड किया है। इसमें खुलासा किया गया है कि हमलावरों ने किस तरह भारत में घुसकर सुरक्षा की दृष्टि से संवेदनशील वायु सैनिक अड्डे को निशाना बनाया। उसने आडियो में आतंकवादियों को मुजाहिद्दीन बताते हुए कहा कि उन्होने अपने मकसद को हासिल करने के लिए बहुत बहादुरी के साथ भारतीय टैंकों, हेलीकाप्टरों और सुरक्षा बलों का मुकाबला किया । आडियो में भारतीय सुरक्षा एजेंसियों को नकारा बताते हुए कहा कि वे हमलावरों की संख्या को लेकर ही भ्रम की स्थिति में रहीं। भारतीय सुरक्षा एजेंसियों ने कहा कि मुजाहिद्दीन थे, फिर कहा कि पांच और उसके बाद चार। इतना बड़ा देश आंसुओं के सैलाब में डूबा हुआ है। हमले के 48 घंटे बाद तक भारत हमलावरों की संख्या और उनके पहुंचने के रास्ते के बारे में पता नहीं लगा सका। मसूद अजहर का यह बयान हमारे जख्मों पर नमक छिड़कने के समान है। विडम्बना यह है कि पाकिस्तान जो हमलावरों के खिलाफ कार्रवाई की बात करता है उसकी सरजमीं पर मसूद अजहर, हाफिज सईद सरीखे लोग न केवल फल-फूल रहे हैं बल्कि भारत को बार-बार ललकारने से बाज नहीं आ रहे हैं। अगर हम पठानकोट हमले का जवाब अमेfिरका द्वारा देने की उम्मीद पाले हुए हैं तो अपने आपको धोखे में रख रहे हैं। रही बात पाकिस्तान और नवाज शरीफ की तो खुद पाक सेना की सुरक्षा पर जमे हुए हैं वह भला आईएसआई और इन जेहादी संगठनों के खिलाफ क्या कार्रवाई करेंगे। पाकिस्तान अपने पुराने घिसे-पिटे जवाब इस बार भी देगा। कहेगा कि भारत ने जो सबूत भेजे हैं वह पर्याप्त नहीं हैं। भारत को पठानकोट हमले का करारा जवाब देना होगा। आज पूरा देश इस हमले से अपने आप को अपमानित महसूस कर रहा है और जवाबी कार्रवाई की मांग कर रहा है। भारत सरकार अगर यह उम्मीद पाले हुए है कि अमेरिका पाकिस्तान पर दबाव डालकर हमलावरों पर कार्रवाई करवाएगा तो हम अपने आप को गुमराह कर रहे हैं। न अमेरिका और न ही पाकिस्तान पठानकोट हमलावरों पर किसी पकार की कार्रवाई करेंगे।

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